नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक विनोद राय ने कहा है कि शासन के लिए जनादेश पाने वाले लोग अपनी तरह से धौंस जमाते हैं. इस साल मई में सेवानिवृत्त होने जा रहे राय ने कहा कि समय ही बतायेगा कि क्या वह राजनीति में शामिल होंगे.
सामने आये भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि समय बदल गया है और चुपचाप रहने वाले अधिकतर लोगों पर अब कम संख्या वाले लोग धौंस नहीं जमा सकते.
उन्होंने कहा, ‘ज्यादा संख्या में चुप रहने वाले लोगों का मिथक टूट गया है. ज्यादा संख्या वाले लोग हमेशा चुप रहते हैं क्योंकि कम संख्या वाले लोगों को लगता है कि उनके पास जनादेश है और वे उसका इस्तेमाल कर रहे हैं.’
राय ने कहा, ‘वे लोग चुप रहने वाले ज्यादातर लोगों की तुलना में अधिक बोलते और आक्रामक होते हैं. लेकिन समय बदल गया है. लेकिन तथाकथित लोगों के पास जनादेश है. वे एक तरह से धौंस जमाने वाले होते हैं. ज्यादा संख्या वाले लोगों को अपने प्रयासों में निरंतरता बनाये रखते हुए यह सुनिश्चित करना होगा कि व्यवस्था में बदलाव आये.’ उन्होंने बैंकिंग संगोष्ठी के एक सवाल के जवाब में यह बात कही.