scorecardresearch
 

शेयर में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स पर पुनर्विचार कर सकती है सरकार!

शेयर और म्यूचुअल फंड पर इस साल के बजट में लगे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स के ऊपर सरकार पुनर्विचार कर सकती है. मंगलवार को राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में सरकार ने यह इशारा किया है.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

Advertisement

कई लोगों ने यह उम्मीद लगा रखी है कि सरकार शायद इस साल बजट में शेयर और म्यूचुअल फंड पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाने का जो फैसला किया है, उसमें बजट पास होते वक्त शायद कोई रियायत मिल जाए, उनके लिए अच्छी खबर है.

शेयर और म्यूचुअल फंड पर इस साल के बजट में लगे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स के ऊपर सरकार पुनर्विचार कर सकती है. मंगलवार को राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में सरकार ने यह इशारा किया है. राज्यसभा में डीएमके नेता कनिमोझी द्वारा इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा है कि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स को हटाने को लेकर सरकार को कई रिप्रेजेंटेशन मिले हैं, जिसमें यह मांग की गई है कि इस टैक्स को खत्म कर देना चाहिए. शिव प्रताप शुक्ला ने कहा है कि अगर सरकार इस बारे में कोई फैसला करती है तो फाइनेंस बिल पास होते समय यह लोगों के सामने आ जाएगा.

Advertisement

इस साल के बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक लंबे समय के बाद शेयर और म्यूचुअल फंड पर साल भर के बाद 10% के लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाने का एलान किया था. इससे पहले साल भर के बाद इक्विटी पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगता था. अगर शेयर को एक साल से पहले बेचा जाता है तो उस पर पहले से ही शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है.

हालांकि वित्त मंत्री ने बजट भाषण में साफ किया था कि 31 जनवरी 2018 तक जितना मुनाफा कमाया गया है उस पर इनकम टैक्स नहीं लगेगा. वित्त मंत्री ने यह भी कहा था कि साल भर में ₹100000 तक के मुनाफे पर इनकम टैक्स नहीं लगेगा.

बजट भाषण की इस घोषणा के बाद शेयर बाजार बहुत तेजी से गिरा था और इस बात की लगातार मांग हो रही थी कि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स को सरकार वापस ले, क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में अब मध्य वर्ग के लोग भी शेयर बाजार में अपनी बचत का पैसा लगाते हैं.

Advertisement
Advertisement