समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को केन्द्र सरकार पर महिला आरक्षण विधेयक को लेकर ‘तानाशाही’ रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह कदम सरकार के लिए विनाशकारी होगा.
मुलायम ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की विधेयक का विरोध कर रही पार्टियों के नेताओं के साथ हुई बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका. प्रधानमंत्री की उनके तथा राजद प्रमुख लालू प्रसाद और जद यू नेता शरद यादव के साथ हुई बैठक के नतीजे के बारे में पूछने पर सपा प्रमुख ने कहा, ‘कोई नतीजा नहीं निकला.’
यह पूछने पर कि लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ हुई उनकी मुलाकात का क्या परिणाम निकला, उन्होंने कहा, ‘कौन सुनने को तैयार है. कोई सुनना नहीं चाहता.’ मुलायम ने कहा कि यदि सरकार विधेयक में मुस्लिम महिलाओं को अलग से आरक्षण देने पर सहमत होती है तो उनकी पार्टी इसका समर्थन करेगी.
उन्होंने कहा कि आरक्षण का प्रतिशत जो भी हो. हमारा मुद्दा एकदम साधारण है कि मुस्लिम महिलाओं को अलग से आरक्षण दीजिए. लोकसभा में 12 राज्यों से केवल एक मुस्लिम सांसद है. यदि मुस्लिम पुरुष ही लोकसभा में प्रवेश नहीं कर पाते तो मुस्लिम महिलाओं के प्रतिनिधित्व की क्या उम्मीद है. उन्होंने कहा कि यह विधेयक पिछडे वर्ग के नेताओं का सफाया करने की साजिश है.