कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पी डी दिनाकरन द्वारा उच्चतम न्यायालय चयन मंडल की सलाह नहीं मानने के बाद सरकार उनको किसी और उच्च न्यायालय में स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक मुख्य न्यायाधीश के जी बालाकृष्णन की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय चयन समिति ने दिनाकरन को छुट्टी पर जाने की सलाह दी थी लेकिन उन्होंने इसको नहीं माना. इसके बाद चयन समिति ने सरकार को उनके स्थानंतरण की सलाह दी है.
हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी कोई घोषणा नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि समिति ने अपने फैसले से कानून मंत्रालय को अवगत करा दिया है. ऐसी अफवाह है कि दिनाकरन को पूर्वोत्तर राज्यों के उच्च न्यायालयों में स्थानांतरित किया जा सकता है.
समिति के फैसले के बाद वरिष्ठ वकील शांति भूषण ने कहा कि न्यायमूर्ति दिनाकरन, समिति की छुट्टी की सलाह की अवज्ञा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश केवल तभी प्रभार ग्रहण कर सकता है जब मुख्य न्यायाधीश छुट्टी पर चला जाये.
सूत्रों ने बताया कि समिति के एक सदस्य ने दिनाकरन को छुट्टी पर जाने के लिये समझाने का प्रयास भी किया था. इससे पहले कानून मंत्री वीरप्पा मोईली ने कहा था कि दिनाकरन कानून से ऊपर नहीं हैं. गौरतरलब है कि दिनाकरन पर भ्रष्टाचार और अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगे हैं.