भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर चर्चा करने और इस पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए यात्रा पर आने वाले एक अमेरिकी आयोग को भारत सरकार ने वीजा देने से इनकार कर दिया है.
अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (यूएससीआईआरएफ) के तीन सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत के सरकारी अधिकारियों, धार्मिक नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए एक सप्ताह की भारत यात्रा पर आना चाहता था. यह यात्रा चार मार्च से शुरू होनी थी.
यूपीए सरकार ने भी नहीं दिया था वीजा
यूएससीआईआरएफ के अध्यक्ष रॉबर्ट पी जॉर्ज ने एक बयान में कहा, ‘हम भारत सरकार की ओर से वीजा के लिए इनकार किए जाने पर बेहद निराश हैं.’ उन्होंने कहा, ‘एक बहुलतावादी, पंथ-निरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश और अमेरिका के करीबी सहयोगी होने के नाते भारत को हमें यात्रा करने की अनुमति देने का विश्वास रखना चाहिए.’ यह पहली बार नहीं है जब यूएससीआईआरएफ के सदस्यों को वीजा नहीं जारी किए गए. विश्वभर के देशों में धार्मिक स्वतंत्रता पर वार्षिक रिपोर्ट तैयार करने वाले सदस्यों को पहली बार पिछले यूपीए शासन के दौरान भी वीजा देने से इंकार कर दिया गया था.
यूएससीआईआरएफ ने जताई उम्मीद
जॉर्ज ने कहा कि यूएससीआईआरएफ कई देशों में यात्रा करता रहा है और इनमें पाकिस्तान, सऊदी अरब, वियतनाम, चीन और बर्मा जैसे देश भी शामिल रहे हैं, जो धार्मिक स्वतंत्रता का सबसे ज्यादा हनन करने वाले देशों में हैं. जॉर्ज ने कहा, ‘उम्मीद है कि भारत सरकार इन देशों की तुलना में ज्यादा पारदर्शिता उपलब्ध कराएगी और अपने विचार सीधे यूएससीआईआरएफ तक पहुंचाने के अवसर का स्वागत करेगी.’ यूएससीआईआरएफ का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को रवाना होने वाला था और इसके लिए उसे विदेश मंत्रालय और नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास का समर्थन प्राप्त था.