उत्तर प्रदेश सरकार ने जन-सामान्य को शुद्ध दूध की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मिलावटी दूध के निर्माण एवं विक्रय के दोषी निर्माताओं एवं विक्रेताओं के विरुद्ध सख्त दण्डात्मक कार्यवाही शुरू की है और प्रदेश के नौ जिलों में छापा मारकर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है.
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि मिलावटी दूध के खिलाफ चलाये गये अभियान के तहत प्रदेश के नौ जिलों में छापेमारी की गयी और 1820 लीटर दूध जब्त किया गया तथा 12 प्राथमिकी दर्ज कर, 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
प्रवक्ता ने बताया कि दूध में स्टार्च, यूरिया, डिटरजेंट सोडा, फार्मेलीन एवं हाइड्रोजन पराक्साइड आदि पदार्थ पाये जाने की प्रारम्भिक जांच एफडीए टीम की जांच किट द्वारा दूध के नमूने के संग्रह स्थल पर ही की जायेगी. प्रारम्भिक जांच में मिलावट पाये जाने पर संग्रहित नमूनों को राजकीय जांच प्रयोगशालाओं में भेजा जायेगा.
प्रवक्ता ने बताया कि आम जनता को विशुद्ध दूध उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं और जांच टीम गठित कर अभियान चलाया गया है.