सरकार की 2022 तक पवन उर्जा के जरिये बिजली उत्पादन को दोगुना कर 20,000 मेगावाट से अधिक करने की योजना है. अक्षय उर्जा स्रोतों के जरिये स्थापित मौजूदा बिजली उत्पादन क्षमता 13,300 मेगावाट है. इसमें से पवन उर्जा की क्षमता 10,500 मेगावाट है. सरकार की अगले एक दशक में पवन उर्जा के जरिये बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर दोगुना करने का लक्ष्य है.
अक्षय उर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने एसोचैम के एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘पवन उर्जा के जरिये मौजूदा बिजली उत्पादन क्षमता 10,500 मेगावाट है. हम 2022 तक इसके दोगुना करेंगे और इसे तिगुना करने का प्रयास करेंगे.’’
इसके अलावा, मौजूदा 11वीं पंचवर्षीय योजना (2007-12) के अंत तक सौर उर्जा में 1,300 मेगावाट क्षमता विस्तार की योजना है. अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हम अगले तीन साल में सौर उर्जा में 1,300 मेगावाट का इजाफा करेंगे..समय कम है, हमें तेजी से काम करना है.’’