नोटबंदी के मुद्दे पर एकजुट हुए विपक्ष ने संसद में अपना हंगामा जारी रखा और दोनों सदनों की कार्रवाई नहीं चलने दी. जाहिर है सरकार को भी ये स्थिति सूट करती है क्योंकि उसे एटीएम और बैंकों की लाइन में लगे लोगों की परेशानी को कम करने का समय मिल रहा है. देशभर के हालात पर खुद प्रधानमंत्री भी नजर रखे हुए हैं. सोमवार शाम नरेंद्र मोदी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलकर हालात का ब्यौरा लिया.
वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और आर्थिक सलाहकार शशिकांत दास ने भी अरुण जेटली से मुलाकात कर विपक्ष के उठाए गए मुद्दे पर बात की. सूत्रों के मुताबिक, सरकार का अगला कदम ग्रामीण इलाकों में लोगों तक पहुंचना है, जिसके लिए माइक्रो एटीएम अब शहर से ज्यादा गांव में भेजने की योजना है. इसी रणनीति के तहत कृषि मंत्रालय ने किसानों के लिए बीज और खाद खरीदने के लिए पुराने 500 के नोट इस्तेमाल करने को मंजूरी दे दी.
इतना ही नहीं अगले कुछ दिनों में सहकारी बैंकों पर भी निगरानी रखने की योजना है क्योंकि ज्यादा सहकारी बैंक राज्यों में किसी न किसी राजनीतिक दल से जुड़े हैं, ऐसे में उनका गलत इस्तेमाल रोकने की कार्ययोजना पर सरकार विचार कर रही है. इस सबके बीच विपक्ष के तेवर ढीले पड़ते नजर नहीं आ रहे. मुमकिन है कि संसद के दोनों सदनों में नोटंबंदी पर हंगामा यूं ही बरपा रहे, क्योंकि सरकार और विपक्ष दोनों ही अपने रुख पर कायम हैं.