झारखंड में सत्ता का फॉर्मूला निकालने के लिए बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के बीच बैठक पर बैठक हुआ और अंततः इसका फैसला बीजेपी के हक में आया.
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के आवास पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और बीजेपी के नेताओं के बीच चली बैठक में यह नतीजा निकल कर आया कि झारखंड में बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बनेगी.
इस बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से हेमन्त सोरेन मौजूद थे. इसके अलावा सुदेश महतो, रघुवर दास, बीजेपी नेता अनन्त कुमार और रामलाल भी मौजूद हैं.
दरअसल झारखंड में सरकार गठन को लेकर गतिरोध जेएमएम की शर्तों को लेकर था. जेएमएम की शर्त थी कि बीजेपी किसी ऐसे आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाए, जो मौजूदा समय में विधायक भी हो.
वैसे अब तक तय हुए फार्मूले के मुताबिक, सरकार के बचे हुए कार्यकाल में दोनों पार्टियां आधा-आधा समय तक सत्ता संभालेंगी. पहले बीजेपी का मुख्यमंत्री होगा और बाद के कार्यकाल में झारखंड मुक्ति मोर्चा का मुख्यमंत्री होगा.
अब 10 मई को बीजेपी संसदीय दल की बैठक होगी जिसमें पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगेगी.