पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा ने 50 से अधिक पैरा ग्लाइडिंग उपकरण यूरोप से हासिल कर लिए हैं. इससे सरकार चिंतित हो गई है क्योंकि इसका देश में हवाई आत्मघाती हमला करने में इस्तेमाल किया जा सकता है.
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि गणतंत्र दिवस से महज कुछ दिनों पहले मिली इस खुफिया सूचना से अधिकारी हरकत में आ गए हैं और उन्होंने सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के आस-पास कठोर हवाई सुरक्षा की व्यवस्था की है. सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों को पता चला कि लश्कर के जमीनी कार्यकर्ता वहां धड़ल्ले से पैराग्लाइडिंग उपकरण खरीद रहे हैं.
सुरक्षा एजेंसियों ने देश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा अभ्यास किया है. यह अभ्यास लश्कर-ए-तय्यबा के आतंकवादियों द्वारा देश पर किए जाने वाले हवाई आत्मघाती हमले को रोकने के लिए किए गए हैं. इस सूचना का महत्व इस तथ्य के मद्देनजर है कि सरकार ने पड़ोसी देश को जाने वाले एयर इंडिया के सभी विमानों को पहले ही अलर्ट कर दिया है. ऐसा पाश्चात्य एजेंसियों की खुफिया सूचना के मद्देनजर किया गया है.
उनका कहना था कि लश्कर और अन्य आतंकवादी समूह विमान का अपहरण करने की कोशिश कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि सामरिक स्थानों पर लगाए गए राडारों को नीचे उड़ रही वस्तुओं को पकड़ने के लिए सक्रिय कर दिया गया है और अधिकारी कोई जोखिम नहीं ले रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी के लुटिएंस जोन को पहले ही नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है. यहां पर राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह, रक्षा, वित्त, विदेश और अन्य मंत्रालयों के दफ्तर हैं.
गणतंत्र दिवस से पहले हवाई क्षेत्र में संभावित घुसपैठ को रोकने के लिए विमान भेदी तोपों की तैनाती समेत अन्य रक्षा उपाय किए गए हैं. इसके अलावा, भारतीय वायु सेना के हेलिकाप्टर राजपथ और गणतंत्र दिवस परेड के सभी मार्गों के आस-पास के इलाकों में चक्कर काटेंगे. इससे पहले, खुफिया सूचना मिली थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जम्मू-कश्मीर के आतंकवादियों को निर्देश दिया है कि वे राज्य और राष्ट्रीय राजधानी में वीआईपी को निशाना बनाने के लिए विस्फोटकों से लदे ‘खिलौना विमानों’ का उपयोग करें.