अब किसी जरूरतमंद को खून ज्यादा आसानी से मिल सकेगा. उन जगहों पर भी, जहां खून की अक्सर कमी रहती है, क्योंकि सरकार ने सोमवार को एक से दूसरे ब्लड बैंक में खून के ट्रांसफर की इजाजत दे दी. अभी तक इसकी अनुमति नहीं थी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल की सिफारिश पर यह कदम उठाया है.
प्लाज्मा के लेन-देन के दाम भी तय
सरकार ने कुछ ब्लड बैंकों में उपलब्ध अतिरिक्त प्लाज्मा की अदला-बदली के दाम भी तय कर दिए हैं. अब प्लाज्मा का लेन-देन 1600 रुपये प्रति लीटर की दर से किया जाएगा. अभी तक इसके कोई दाम तय नहीं थे, इसलिए ब्लड बैंक अतिरिक्त प्लाज्मा बिना किसी नियमन के बेच देते थे.
हमें ये फायदा
इस कदम से ब्लड बैंक अब अपने अतिरिक्त प्लाज्मा का इस्तेमाल इससे बनने वाले उत्पादों के लिए कर सकते हैं. प्लाज्मा से बनने वाले श्वेतक, इम्युनोग्लोबिलिन और खून का थक्का जमाने वाली जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता बढ़ेगी. इन दवाओं के आयात पर निर्भरता भी कम होग. इनकी कीमतों में भी गिरावट की भी उम्मीद है.