26/11 के मास्टर माइंड आतंकी हाफ़िज़ सईद के साथ मंच साझने करने के बाद जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक की चौतरफा निंदा हो रही है.
गृहमंत्रालय सूत्रों के हवाले से मिल रही है खबरों के मुताबिक सरकार कश्मीर के अलगाववादी नेता यासिन मलिक का पासपोर्ट रद्द करने पर विचार कर रही है . भारत लौटने के बाद उनसे पूछताछ भी करेगी.
भारतीय जनता पार्टी ने यासीन मलिक के पासपोर्ट जब्त करने के साथ उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत सरकार को तुरंत ही मलिक का पासपोर्ट जब्त कर लेना चाहिए और उसे गिरफ्तार करना चाहिए.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यासीन मलिक को पाकिस्तान क्यों जाने दिया गया, इसका जवाब कांग्रेस और सरकार को देना चाहिए.
वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवी संघ ने भी यासीन मलिक पर निशाना साधा है. आरएसएस नेता ने कहा कि हुर्रियत कांफ्रेंस और यासीन मलिक पहले भी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. हुर्रियत अलगाववादी समर्थक और आतंकवादी समर्थक संगठन है. सरकार को इनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
राम माधव ने कहा, 'सिर्फ पासपोर्ट जब्त करने से काम नहीं चलेगा. और भी ठोस कार्रवाई करनी चाहिए ताकि एक मजबूत संदेश जाए.'
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यह राष्ट्र विरोधी गतिविधि है, इस कानून के तहत यासीन मलिक के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए.
कांग्रेस नेता जगदंबिका पाल ने भी यासीन मलिक को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि भारतीय होने के बावजूद यासीन मलिक ने आतंकी हाफिज सईद के साथ मंच साझा किया, इसकी जांच होनी चाहिए.
जगदंबिका पाल ने कहा कि मलिक हमेशा से राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं. इस मामले में हमें पाकिस्तान सरकार से भी आपत्ति जतानी चाहिए.
गौरतलब है कि यासीन मलिक जब इस्लामाबाद में अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे तो मुंबई हमले का सरगना हाफिज सईद भी वहां मौजूद था . इस तस्वीर के सामने आने के बाद यासीन मलिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज़ हो गई है.