भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय स्टेट बैंक से अडानी ग्रुप को कर्ज बैंक और उद्योग के बीच सौदा है और इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है.
इसके साथ ही बीजेपी ने इस मामले में प्रधानमंत्री का नाम घसीटने के लिए कांग्रेस की आलोचना की है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस इस तरह के ‘तुच्छ’ बयान देकर देश की प्रतिष्ठा को धक्का लगा रही है और लोगों की बीच अपनी साख गंवा रही है.
बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा,‘यह बैंक और उद्योग के बीच का मामला है और सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं. अगर कांग्रेस प्रधानमंत्री की यात्रा को इस नजरिए से देखती है और तुच्छ बयान जारी करती है तो वह देश की प्रतिष्ठा व मर्यादा को धूमिल कर रही है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर कांग्रेस ने इसी तरह के आधारहीन आरोप लगाना जारी रखा तो आम लोगों में उसकी साख और कम होगी.’ बीजेपी नेता ने कहा कि जबकि सारी दुनिया प्रधानमंत्री की हाल ही की विदेश यात्रा की सराहना कर रही है, कांग्रेस उनकी आलोचना कर रही है और लोगों का ध्यान बंटाने के लिए आधारहीन आरोप लगा रही है.
हुसैन ने कहा कि कांग्रेस ने अभी इस वास्तविकता को स्वीकार नहीं किया है कि वह सत्ता में नहीं रही. उन्होंने कहा, वे (कांग्रेस) नेता अब भी अपने सपनों में हैं कि वे सत्ता में हैं. उनका मानना है कि और अधिक सवाल उठाकर तथा आधारहीन मुद्दे बनाकर वे लोगों को ध्यान बंटाने में कामयाब होंगे.’
बीजेपी नेता ने किसान विकास पत्र के बारे में कांग्रेस की आलोचनाओं को भी खारिज कर दिया. स्टेट बैंक ने अडानी ग्रुप को एक अरब डालर का कर्ज देने के लिये शुरुआती समझौता किया है. कांग्रेस का कहना है कि यह कर्ज ऐसे समय में मंजूर किया गया जबकि कंपनी के मालिक तथा एसबीआई के प्रमुख प्रधानमंत्री के कारोबारी प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे.