राज्यसभा में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया कि सरकार नहीं चाहती कि उच्च सदन की कार्यवाही ढंग से चले क्योंकि पिछले कई दिनों से विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे सपा और बसपा सदस्यों के हंगामे के चलते कामकाज अवरूद्ध हो रहा है. पार्टी ने मांग की कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस मामले में सफाई देनी चाहिए.
पार्टी ने मांग की कि इस मुद्दे पर सभापति सभी दलों के नेताओं की बैठक बुला कर गतिरोध दूर करने के लिए बातचीत करें.
उच्च सदन में आज शून्यकाल के दौरान जब उपसभापति पी जे कुरियन ने विपक्ष के नेता अरूण जेटली को इंडियन ओलंपिक संघ से जुड़ा एक मुद्दा उठाने को कहा, तो सपा के सदस्य आसन के समक्ष आ कर सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति जनजाति के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण देने के मुद्दे पर विरोध जताते हुए नारेबाजी करने लगे. इस कारण जेटली अपनी बात नहीं शुरू कर सके.
हंगामे का विरोध करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने कहा कि पिछले कई दिनों से सरकार के समर्थक दलों के हंगामे के कारण गतिरोध बना हुआ है और ढंग से कामकाज नहीं हो पा रहा है. सदन में कामकाज नहीं होने के लिए पूरी तरह से सरकार ही जिम्मेदार है.
नायडू की बात का समर्थन करते हुए जेटली ने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस के कुछ सदस्यों और सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे सदस्यों की नारेबाजी के चलते सदन में सामान्य ढंग से कामकाज नहीं हो पाना बेहद अफसोस की बात है. उन्होंने कहा ‘क्या सरकार ने तय कर लिया है कि वह सदन में कामकाज नहीं होने देगी ?’
जेटली ने कहा कि सभापति को सदन के नेता प्रधानमंत्री सिंह को निर्देश देना चाहिए कि वह सदन में आ कर इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करें. उल्लेखनीय है कि सदन में जिस समय सपा के सदस्य आसन के समक्ष आ कर सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति जनजाति के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण देने के मुद्दे पर विरोध कर रहे थे, कांग्रेस के कुछ सदस्य अपने स्थानों पर खड़े हो कर इस मुद्दे के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे.
आज सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर बसपा प्रमुख मायावती सहित उनके दल के सदस्यों ने मुंबई में संविधान निर्माता डॉ बी आर अंबेडकर का स्मारक बनाए जाने के मुद्दे पर भारी हंगामा किया जिसके कारण प्रश्नकाल नहीं चल सका और बैठक दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
सदन की बैठक दोपहर बारह बजे फिर शुरू होने पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कपड़ा मंत्री आनंद शर्मा की ओर से मुंबई में अंबेडकर का स्मारक बनाए के मुद्दे पर एक बयान पढ़ा जिसके बाद बसपा सदस्य शांत हो गए. लेकिन इसके फौरन बाद ही सपा के सदस्य आसन के समक्ष आ कर नारेबाजी करने लगे थे.
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से सपा और बसपा सदस्यों के विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण उच्च सदन में लगातार गतिरोध बना हुआ है और शीतकाल में केवल एक बार ही प्रश्नकाल हो पाया है.