लोकसभा में तो तेलंगाना विधेयक को पास कर दिया गया, लेकिन इसके बाद राज्यसभा में यह बिल पेश ही नहीं हो सका. बुधवार को इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाना था, लेकिन बीजेपी इस बिल में कुछ संसोधनों की मांग कर रही थी. इसके चलते यह बिल राज्यसभा में रखा नहीं जा सका और सदन की कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
उधर, बुधवार सुबह तेलंगाना को मंजूरी से नाराज आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया. बताया जा रहा है कि वह अलग पार्टी बनाने का ऐलान भी कर सकते हैं.
आज जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो टीडीपी सांसद रमेश ने राज्यसभा महासचिव शमशेर के शरीफ के हाथ से कागज छीनने की कोशिश में उनके साथ बुरा बर्ताव किया, जिसके लिए बाद में उन्होंने माफी भी मांगी.
वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगनमोहन ने आज आंध्र बंद बुलाया है. विशाखापत्तनम में तेलंगाना का जोरदार विरोध हो रहा है. वहीं सैकड़ों की तादाद में तेलंगाना समर्थकों ने लोकसभा में बिल पास होने की खबर पर जश्न मनाया.
तस्वीरों में देखिए: तेलंगाना बिल पर कहीं खुशी तो कहीं धरना
मंगलवार को लोकसभा में तेलंगाना बिल जबदस्त विरोध के बीच 32 संशोधनों के साथ पास हो गया. वोटिंग के दौरान जेडीयू और टीएमसी ने वॉकआउट किया. वोटिंग की कार्यवाही का प्रसारण टीवी पर नहीं दिखाया गया. बंद सदन में आंध्र के बंटवारे का बिल पास हुआ. बाद में लोकसभा टीवी की ओर से इसके पीछे 'तकनीकी' कारण बताए गए. इस पर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि ऐसी चीजें होती रहती हैं.
वहीं इस ब्लैकआउट को लेकर बीजेपी की ओर से सुषमा स्वराज ने भी सफाई देते हुए कहा कि उन्हें कार्यवाही का प्रसारण रोके जाने के बारे में नहीं मालूम था. सुषमा ने कांग्रेस पर 'डबल गेम' का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने कुछ संशोधनों के लिए बात रखी थी. सुषमा ने यह भी बताया कि संसद में हुए हंगामे से आडवाणी दुखी हैं.
तेलंगाना बिल पास होने के साथ ही सीमांध्र के लिए आर्थिक पैकेज को भी मंजूरी दी गई है, लेकिन रकम का ऐलान नहीं किया गया.