वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिए हैं कि इस सत्र में जीएसटी बिल शायद ही पारित हो पाए. जेटली ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना बिल पारित होने की संभवना की ओर संकेत करते हुए कहा कि इसमें देरी दूसरे कारणों से कराई जा रही है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
फिक्की की 88वीं सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा, 'मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि जीएसटी में देरी पूरी तरह से किसी और वजह से कराई जा रही है. मेरे विचार से यह दूसरी वजह सिर्फ यह है कि यदि हम नहीं कर सके तो दूसरे को ऐसा क्यों करना चाहिए?'
सत्र के तीन दिन बाकी
संसद का शीत सत्र बुधवार को खत्म हो रहा है. जेटली ने बताया कि सत्र के इन आखिरी तीन दिनों में सरकार राज्यसभा में सुधार संबंधी दूसरे विधेयकों को आगे बढ़ाएगी. सत्र शुरू होने से पहले सत्ता पक्ष ने उम्मीद जताई थी कि जीएसटी इस सत्र में पारित हो सकता है.
सरकार की अब यह योजना
आखिरी तीन दिनों के लिए सरकार की योजना में मध्यस्थता एवं आपसी सहमति अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक लाना भी शामिल है, जो वाणिज्यिक अदालतों और दिवालियापन से जुड़ी संहिता बनाने से जुड़ा है.