कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को झटका देते हुए बागी विधायक रमेश जरकीहोली सहित दो कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. वहीं कर्नाटक सरकार में मंत्री जीटी देवगौड़ा का कहना है कि विधायकों के इस्तीफा देने के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का हाथ नहीं है.
जेडीएस विधायक और कर्नाटक सरकार में मंत्री जीटी देवगौड़ा का कहना है, 'विधायकों के इस्तीफे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का हाथ नहीं है. विपक्ष सरकार को अस्थिर करने में शामिल नहीं है. आपने देखा होगा कि पीएम ने जब से शपथ ली है तब से देश, कश्मीर, अमेरिका, चीन के बारे में सोच रहे हैं. पीएम पूरी तरह से बजट में शामिल हैं. कोई भी बीजेपी को दोष नहीं दे सकता.'वहीं कांग्रेस नेता ईश्वर खांद्रे ने जीटी देवगौड़ा के बयान पर कहा है, 'यह जीटी देवेगौड़ा की राय हो सकती है. लेकिन मेरी राय में बीजेपी इस मामले में सीधे तौर पर शामिल है. वे ईडी और आईटी का डर दिखाकर विधायकों को ब्लैकमेल कर रहे हैं. राज्य के लोग जानते हैं कि क्या हो रहा है. हमने विधायकों से बात की है और कोई भी इस्तीफा नहीं देगा.'
बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस विधायक रमेश जरकीहोली ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपा. विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार को भेजे गए कन्नड़ भाषा में हाथ से लिखे पत्र में जरकीहोली ने शिकायत की थी कि उनकी पार्टी ने पिछले साल मंत्रिमंडल से उन्हें बाहर कर उनकी वरिष्ठता को अनदेखा किया था. वहीं बीते कुछ घंटों में कर्नाटक में कांग्रेस को ये दूसरा झटका लगा है. इससे पहले विजयनगर से विधायक आनंद सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया था.
ऐसा माना जा रहा है कि दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं. जिसके कारण दोनों ने इस्तीफा दिया.