2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने गोवर्धन झड़फिया को उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया है. गोवर्धन झड़फिया, गुजरात बीजेपी का वो नाम है जो केशुभाई पटेल के साथ मंत्री और 2002 के दंगों के वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गृहमंत्री के तौर पर रहे. हालांकि, 2002 के बाद नरेंद्र मोदी से गोवर्धन झड़फिया के रिश्तों में दरार आने लगी, और ये दरार बढ़ते-बढ़ते एक वक्त पर 2 टुकड़ों में तब्दील हो गई थी. जिसके बाद एक बार फिर पांच साल पहले गोवर्धन झड़फिया बीजेपी के साथ जुड़े और अब यूपी के प्रभारी के तौर पर उन्हें नियुक्त किया गया है.
2005 में मोदी कि वजह से बीजेपी से इस्तीफा देने वाले गोवर्धन झड़फिया ने पहले महागुजरात जनता पार्टी और फिर केशुभाई पटेल के साथ मिलकर गुजरात परिवर्तन पार्टी बनाई. लेकिन 2007 ओर 2012 के चुनाव में बीजेपी के सामने उनकी पार्टी को नकार दिया गया.
2013 में एक बार फिर गोवर्धन झड़फिया बीजेपी से जुड़े. वैसे 2017 के विधानसभा चुनाव और उससे पहले यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त किसान मोर्चा की अहम भूमिका निभाने वाले और संघ के करीबी होने के कारण उन्हें एक बार फिर अहम जिम्मेदारी दी गई है.
नई जिम्मेदारी मिलने के बाद गोवर्धन झड़फिया ने आजतक से खास बातचीत की.
सवाल- 2014 के चुनाव में 80 में से 73 सीटें बीजेपी को मिली थी. इस बार कितनी सीट का टारगेट है.
जवाब- 80 सीट से कम नहीं. यह चुनौती है, जिसको हमें स्वीकार करना पड़ेगा.
सवाल- यूपी की राजनीति में पीएम मोदी और सीएम योगी की लोकप्रियता में भी कमी आई है.
जवाब- जहां तक लोकप्रियता का सवाल है तो एक बहुत बड़ा डिफरेंस है. विपक्ष भी मानता है देश में जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता है तो पीएम मोदी ही हैं. वहीं लोगों को योगी आदित्यनाथ से उम्मीदें हैं. यूपी में जो मिसरुल था उसको उन्होंने खत्म किया. पीएम मोदी की तुलना में आज कोई नहीं है. वहीं विपक्ष के पास इसका जवाब नहीं है कि उनका पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा.
सवाल- राम मंदिर का मुद्दा अहम है. विकास कि बात नहीं होती है, हिंदूवाद की बात होती है.
जवाब- राम मंदिर का मुद्दा आज का नहीं है. हम काफी वर्षों से इस पर हैं. यह 450 साल पुराना मुद्दा है. यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है.
सवाल- बीजेपी राम मंदिर की बात कर रही है, लेकिन मुस्लिम वोट बैंक 18 फीसदी है.
जवाब-बहुत सारे मुस्लिम चाहते हैं कि वे हिंदुओं के साथ मिलकर देश के विकास की बात करें. कांग्रेस ने सिर्फ मुस्लिमों का वोट लिया है. तीन तलाक के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने फैसला लिया. सुप्रीम कोर्ट में हमने कहा कि हमारी बहने हैं. हमारी सर्व समावेश पार्टी है. इसलिए हम कहते हैं कि सब का साथ, सबका विकास.
सवाल- आप तीन तलाक की बात कर रहे हैं, लेकिन आपकी पार्टी के समर्थक जफर सरेशवाला ने कहा कि मुस्लिम का भरोसा बीजेपी से उठ रहा है.
जवाब- नाराजगी तो होती रहती है. देश सबसे पहले होना चाहिए. निजी मुद्दे हो सकते हैं, लेकिन जो राष्ट्र को मानते हैं वो चाहे अल्पसंख्यक हों या बहुसंख्यक हों वो देश का विकास चाहते हैं.