आपको याद होगा कि बीजेपी के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उन्होंने गुजरात का कर्ज उतार दिया है अब देश का कर्ज उतारना है. मोदी का इतना बोलना था कि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को मौका मिल गया. और उन्होंने मोदी पर निशाना साध दिया.
दिग्विजय सिंह ने गुजरात के विकास मॉडल पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया, 'गुजरात में प्रति व्यक्ति कर्ज दूसरे राज्यों से ज्यादा है.' इस संबंध में दिग्विजय सिंह ने योजना आयोग का वित्त वर्ष 2011-12 का आंकड़ा भी पेश किया.
मोदी पर दिग्विजय का हमला यहीं नहीं रुका. उन्होंने आगे ट्वीट किया, 'गुजरात में प्रति व्यक्ति कर्ज दूसरे राज्यों से ज्यादा है. मतलब गुजरात के हर नागरिक को अन्य राज्यों के नागरिकों से ज्यादा कर्ज चुकाना है.'
मोदी के पुराने बयान पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा है, 'मोदी में यह कहने की हिम्मत है कि मैंने गुजरात का कर्ज उतार दिया है और अब देश का कर्ज उतारना है. गुजरात के विकास मॉडल का एक और सच.'
आखिर में दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'क्या मोदी के समर्थक इसका जवाब देंगे? हां जरूर देंगे पर और गालियों के साथ. कोई बात नहीं. गुजरात का विकास मॉडल सार्वजनिक होना चाहिए.'
दिग्विजय ने मोदी पर हमला बोला तो उन्हें जेडीयू का भी साथ मिल गया. पार्टी नेता साबिर अली ने कहा, 'जिस तरह से गुजरात के विकास के बारे में बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जाता है वो सच्चाई से बहुत दूर है. मोदी का विकास मॉडल यही है कि गरीबों और अमीरों के बीच खाई और बढ़े.'
कांग्रेस ने बीजेपी के पीएम इन वेटिंग पर हमला बोला तो पार्टी के नेता मोदी का बचाव करने के लिए लामबंद हो गए. बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिग्विजय सिंह को राजनीतिक रूप से दिवालिया घोषित कर दिया.
उन्होंने कहा, 'दिग्विजय सिंह को आर्थिक मामलों की कोई समझ नहीं है. बेहतर होगा कि वे इन मुद्दों पर प्रतिक्रिया न दें. जब से मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री तब से सूबे का कर्ज कम हुआ है.'