माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने गुजरात दंगे पर उच्चतम न्यायालय के उस निर्देश का स्वागत किया जिसमें गुजरात के विशेष जांच दल (एसआईटी) को वहां की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगाए गए आरोप की जांच करने के लिए कहा गया है.
मोदी सरकार पर आरोप है कि वह पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज करने नहीं दे रही है. इस आरोप की जांच करने का निर्देश न्यायालय द्वारा दिये जाने का स्वागत करते हुए येचुरी ने आज कहा कि अंतत: न्याय की जीत हुई है.
पटना में पत्रकारों को संबोधित करते हुए येचुरी ने जाफरी की पत्नी की शिकायत पर शीर्ष न्यायालय ने एसआईटी को तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिये जाने का स्वागत करते हुए कहा इससे लोगों के बीच यह विश्वास पैदा होना जरूरी है कि देश में न्याय दिलाया जाएगा और यह जनतांत्रिक व्यवस्था के लिए अच्छी बात है.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही गुजरात दंगे मामले में नरेंद्र मोदी की भूमिका की जांच की मांग करती आ रही है और 7 सालों के बाद उच्चतम न्यायालय के इस निर्देश से जाफरी की पत्नी को अब न्याय मिलने की उम्मीद जगी है.