गुजरात सरकार और वन विभाग ने राज्य में मगरमच्छों की बढ़ती तादाद को देखते हुए इनके लिए एक नया रैन बसेरा बनाया है. मगरमच्छों का यह नया रैन बसेरा कहीं और नहीं बल्कि सरदार सरोवर है. समूचे गुजरात से जितने भी मगरमच्छ पकड़े जाते हैं, उन्हें सरदार सरोवर में छोड़ा जा रहा है. इसकी वजह से यहां मगरमच्छों की संख्या 300 तक पहुंच गई है.
नर्मदा के रेंज फॉरेस्ट अफसर पीएन वसावा ने बताया कि गुजरात सरकार और वन विभाग ने तय किया है कि राज्यभर में जितने भी मगरमच्छ पकड़ जाएंगे उन्हें सरदार सरोवर में ही छोड़ा जाएगा. इस साल मॉनसून सीजन में गुजरात में बारिश के साथ मगरमच्छों की सेना भी आयी है. बड़ी मात्रा में शहरों और गावों में मगरमच्छ आ गए हैं. वन विभाग रेस्क्यू टीम के साथ मिलकर मगरमच्छों को पकड़कर सरदार सरोवर में छोड़ रहा है.
वाइल्ड रेस्क्यू ट्रस्ट के सदस्य दिलीप ने बताया, ‘हम लोग वन विभाग के साथ मिलकर मगरमच्छों को पकड़ते है. पिछले 5 दिनों में हमने 6 मगरमच्छों को रेस्क्यू करके पकड़ लिया है, यहां अब मध्य प्रदेश के भी मगरमच्छ पानी में बहकर आ जाते है.’
हालांकि सरदार सरोवर का कैचमेंट एरिया 200 किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. लेकिन इसमें मगरमच्छों की संख्या बढ़ने से लोगों के लिए जान का जोखिम बढ़ गया है. हाल ही में एक महिला पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई है. मगरमच्छों का ये रैन बसेरा अब इंसानों के लिए खतरा भी बनने लगा है.