गुजराती लोक गायिका गीता रबारी ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें एक गीत समर्पित किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुलाकात पर ट्वीट भी किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गीता रबारी जैसे लोग हमारे समाज के लिए प्रेरणा हैं. एक अच्छी पृष्ठभूमि से आने के बाद गीता ने अपना काम जारी रखा और अपने काम में आज अग्रणी हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि गुजराती लोकसंगीत के लिए गीता का काम उल्लेखनीय है, उन्होंने गुजराती संगीत को युवाओं में लोकप्रिय करने का काम किया है. मैं उनसे प्रभावित हूं. उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं.
People like Geeta Rabari inspire our society. Belonging to a humble background, she dedicatedly pursued her passion of singing and excelled. I am deeply impressed by her efforts to popularise Gujarati folk music among youngsters. Best wishes for her future endeavours. pic.twitter.com/UF59HwPsPd
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद लोक गायिका ने कहा कि मैं पहली बार उनसे तब मिली, जब मैं एक बच्ची थी. मैंने स्कूल में गाया, उन्होंने मुझे 250 रुपये दिए और मुझे अभ्यास करने के लिए कहा. हम जंगल में रहने वाले मालधारी पीपीएल हैं, मेरे पिता को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाई का पोस्ट कार्ड मिला, फिर उन्होंने मुझे स्कूल भेजा.
रबारी का कहना है कि ये गीत उन्होंने 2017 में लिखा था. रबारी ने कक्षा पांच से गीत गाना शुरू कर दिया था. उन्होंने संगीत की शिक्षा नहीं ली है और अपनी बुलंद आवाज से ही आज गुजरात में एक अलग पहचान बनाई है.