दिल्ली हाईकोर्ट ने समाजिक कार्यकर्ता संपत पाल की बुधवार को फिल्म 'गुलाब गैंग' के प्रदर्शन पर रोक लगाने की याचिका पर सुनवाई करते हुए इसके देशभर में प्रदर्शन पर 8 मई तक रोक लगा दी है.
फिल्म 'गुलाब गैंग' कथित रूप से संपत पाल की जिंदगी पर आधारित है. संपत पाल ने उत्तर प्रदेश में गुलाबी गैंग नाम के महिला संगठन का गठन किया है, जिसकी कार्यकर्ता महिलाएं गुलाबी रंग की साड़ी पहनती हैं. संपत पाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय से फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की अपील की है. उनका आरोप है कि फिल्मकारों ने फिल्म बनाने से पहले उनसे अनुमति नहीं ली थी.
संपत का कहना है कि फिल्म में ऐसे कई दृश्य हैं, जिनसे उनकी छवि और साख को नुकसान पहुंच सकता है. इसकी भरपाई के लिए उन्होंने निर्माताओं से वित्तीय मुआवजे की भी मांग की है. मामले की सुनवाई कर रहे न्यायधीश न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा ने पाल से पूछा कि उन्होंने याचिका दाखिल करने में इतनी देर क्यों लगाई.
उन्होंने पूछा कि आपने बिल्कुल अंतिम समय में अदालत की शरण क्यों ली, जब फिल्म को प्रदर्शित होने में कुछ ही दिन बचे हैं? फिल्म 'गुलाब गैंग' का निर्देशन सौमिक सेन ने किया है और अनुभव सिन्हा फिल्म के निर्माता हैं.