कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और कमलनाथ को पार्टी महासचिव और क्रम से उत्तर प्रदेश और पंजाब का प्रभारी बनाया गया है. इस पहल को दोनों राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है.
यूपी और पंजाब में अगले साल चुनाव
कांग्रेस महासचिव जनार्धन द्विवेदी ने रविवार को कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है. वहीं कमलनाथ पंजाब के साथ हरियाणा का भी प्रभार देखेंगे. उत्तर प्रदेश और पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है.
मिस्त्री को नया प्रभार, शकील अहमद मुक्त
फिलहाल मधुसूदन मिस्त्री उत्तर प्रदेश के मामले देख रहे थे. वहीं शकील अहमद के पास पंजाब और हरियाणा का प्रभार था. मिस्त्री को केंद्रीय चुनाव समिति का नया महासचिव प्रभारी नियुक्त किया गया है. शकील अहमद को उनके प्रभार से मुक्त कर दिया गया है. कांग्रेस में इस नियुक्ति को एआईसीसी सचिवालय के पुनर्गठन की पहल के रूप में देखा जा रहा है.
राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग तेज
संगठन में फेरबदल ऐसे समय में किया गया है जब राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत करने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है. राज्यसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के एक दिन बाद सोनिया गांधी ने ये बदलाव किए. इसमें उत्तर प्रदेश के कुछ पार्टी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की.
हरियाणा में कांग्रेस विधायकों के वोट रद्द
हरियाणा में 14 विधायकों ने गलत ढंग से चिन्ह लगाकर मतदान किया, जिससे उनके मतपत्र अवैध हो गए. इसके कारण कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार आर के आनंद की हार हो गई. ऐसे आरोप हैं कि ऐसा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा की शह पर किया गया.
गांधी परिवार के पुराने वफादार है आजाद
67 साल के आजाद को गांधी परिवार का वफादार माना जाता है. वे जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. आजाद इससे पहले भी दो बार एआईसीसी के महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी रह चुके हैं.
लोकसभा में वरिष्ठतम सदस्य हैं कमलनाथ
69 साल के कमलनाथ वर्तमान लोकसभा में वरिष्ठतम सदस्य हैं. वे नौ बार मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से विजयी हुए हैं. कमलनाथ करीब 15 सालों तक पार्टी के महासचिव रहे थे. उनके पास गुजरात और पश्चिम बंगाल जैसे महत्वपूर्ण राज्यों का प्रभार रहा है. मध्य प्रदेश के नए पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनके नाम की भी चर्चा है.
कांग्रेस ले रही है प्रशांत किशोर की सेवा
कांग्रेस ने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को उत्तर प्रदेश और हरियाणा इकाई की मदद के लिए अपने साथ जोड़ा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को दो सीटें ही मिली थी. केवल सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही चुनाव जीत पाए थे.