पंजाब के गुरदासपुर के दीनानगर में मारे गए आतंकियों का एक्सक्लूसिव सीसीटीवी फुटेज आजतक को मिला है. इसमें दिख रही तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि सेना की वर्दी में तीन आतंकी हाथों में AK-47 लिए आगे की तरफ बढ़ रहे हैं. तीनों पीठ पर सेना के बैग लादे बेखौफ सड़क पर चलते देखे गए.
सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि इन आतंकियों के बगल से गाड़ियां भी गुजर रही है. लेकिन ये आतंकी सेना की वर्दी में थे लिहाजा किसी को इनपर शक नहीं हुआ. ये आतंकी उस वक्त तक अपनी पहचान छुपाए रहे, जब तक उनको हमला करने का अपना लक्ष्य नहीं मिल गया.
पाकिस्तान में रची गई साजिश
बताते चलें कि गुरुदासपुर में सोमवार को हुए आतंकी हमले में सीमा पार की साजिश के पक्के सबूत मिले हैं. आतंकवादियों के पास से जो दो जीपीएस सिस्टम बरामद हुए, उसकी शुरुआती जांच से पता चला है कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे.
रविवार रात हुई थी घुसपैठ
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के शकारगढ़ इलाके में हमले की साजिश रची गई थी. रविवार रात को पाकिस्तान के घरौत गांव से आतंकी रवाना हुए थे. अपने नापाक इरादों के साथ आतंकी बामियाल के पास से सीमा में घुसपैठ कर भारत में घुसे. इसके बाद एक बस में बैठकर हाईवे 1A तक पहुंचे थे.
रावी नदी के जरिए आए थे हमलावर
पंजाब के गुरदासपुर में हमला करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से रावी नदी के जरिए भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे. वे धुस्सी बांध से होते हुए रेल की पटरी तक पहुंचे थे. यहां उन्होंने बम रखे और उसके बाद दीनानगर पहुंचे. बम को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया, नहीं तो बड़ा कोहराम मच सकता था.
चीनी हथियार बरामद
पंजाब पुलिस के प्रमुख सुमेध सिंह सैनी ने कहा कि मुठभेड़ स्थल से तीन एके-47 रायफल, 17 मैगजीन, 55 कारतूस, एक रॉकेट लांचर, तीन हथगोले, बुलेटप्रूफ जैकेट, रात में देखने में मददगार उपकरण और गोलियां बरामद की गई हैं. आतंकवादियों के पास से चीन में बने हथियार और जीपीएस भी बरामद किए गए हैं.
उन्होंने कहा, 'जीपीएस सिस्टम के मुताबिक उन्होंने पहले रेल की पटरी पर बम रखे. उसके बाद एक व्यक्ति की कार छीनी और दीनानगर थाने में दाखिल हुए.' जांच से संकेत मिलते हैं कि आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संदिग्ध रूप से जुड़े हमलावर बामियाल गांव से होते भारत में दाखिल हुए थे.