गुरुग्राम के खेड़कीदौला में जमीन खरीद धोखाधड़ी मामले में रॉबर्ट वाड्रा व भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एक और FIR दर्ज होने पर सियासी घमासान शुरू हो गया है. वाड्रा के खिलाफ एफआईआर से तिलमिलाई कांग्रेस ने बीजेपी पर करारा हमला बोला है. साथ ही कांग्रेस ने बीजेपी पर राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस नेता राशिद रिजवी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आते देख बीजेपी सरकार मामले में कार्रवाई कर रही है. यह मामला पिछले साढ़े चार साल का है और अब एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि क्या सारी अकल सरकार के पास ही है? क्या लोग इस बात को नहीं समझते हैं? उन्होंने कहा कि जनता भलीभांति सब समझती है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार विपक्ष को खत्म कर देना चाहती है. यह सरकार डराकर और धमकाकर राजनीति करना चाहती है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के लोकतंत्र की पूरी दुनिया में इज्जत होती है. हमारा लोकतंत्र बहुत मजबूत और ताकतवर रहा है. यह सरकार हिंदुस्तान को पाकिस्तान बना देना चाहती है. पाकिस्तान की तरह पिछली सरकार के प्रधानमंत्री को जेल में डाल देना चाहती है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ जेल में हैं.
कांग्रेस नेता रिजवी ने सवाल किया कि क्या हिंदुस्तान के अंदर जितना विपक्ष है, वो सब बेइमान है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसदों को पकड़ा जा रहा है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को जेल में रखा जा रहा है, बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने पूछा कि क्या बीजेपी के सभी नेता दूध के धुले हैं. उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं होती है? मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाला हुआ, लेकिन शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने हुए हैं. उनके खिलाफ न तो कोई कार्रवाई की गई और न ही उनसे इस्तीफा लिया गया. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की गई.
कांग्रेस नेता ने कहा कि बैंकों का पैसे लेकर फरार किंगफिशर का मालिक विजय माल्या आराम से लंदन में रह रहा है. पीएनबी धोखाधड़ी का आरोप नीरव मोदी को वापस लाने की कोशिश नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस देश के अंदर ऐसा कभी नहीं हुआ है, जब लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की गई हो.
बीजेपी ने कांग्रेस को फिर याद दिलाया आपातकाल
इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा, 'राशिद रिजवी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन मामले में इनकी बात को सुनकर मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि मैं हंसूं या फिर रोऊं? 1970 के दशक में देश में आपातकाल लगा दिया गया था और कांग्रेस को छोड़कर बाकी सभी दलों के नेताओं को जेल भेज दिया गया था. सबके संवैधानिक अधिकारों को नजरअंदाज कर दिया गया था.'
बीजेपी नेता ने सवाल किया कि आपातकाल के दौरान जब सभी दलों के नेताओं को जेल भेज दिया गया था, तब राशिद रिजवी कहां थे? क्या इनको पता नहीं है कि उस समय जो हुआ था?
वाड्रा का बिजनेस मॉडल नहीं आया देश को समझः BJP
बीजेपी नेता कोहली ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा का बिजनेस मॉडल देश में किसी को समझ में नहीं आया है. कांग्रेस जरा यह बात समझा दे कि कोई व्यक्ति बिना पैसे लगाए किसी की जमीन लेता है और फिर उसी को वापस बेच देता है. इसके बीच में हरियाणा की तत्कालीन मुख्यमंत्री हुड्डा हैं. हरियाणा सरकार वाड्रा की कंपनी को लाइसेंस दे देती है.
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कहती है कि इसमें कुछ गलत नहीं है, तो वो देश को बताए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी आरोपी हैं. इससे भड़के रिजवी ने कहा कि बीजेपी ने आखिर अमित शाह के बेटे के खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं की गई?
वाड्रा बोले- चुनावी मौसम पर अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
मामले में रॉबर्ट वाड्रा का कहना है कि आखिर इसमें नया क्या है. चुनाव का मौसम है और तेल के दाम बढ़े हुए हैं, इसलिए लोगों की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए यह किया जा रहा है. मेरे दशक पुराने मामले को उछाला जा रहा है.
हरियाणा सरकार ने कहा- यह सरेआम करप्शन है
लोकसभा चुनाव नजदीक आने की वजह से कार्रवाई करने के कांग्रेस के आरोप पर हरियाणा सरकार के मंत्री ओपी धनकड़ ने कहा कि कांग्रेस ने पहले खुद ही बड़ी दमदारी से मामले की जांच की मांग उठाई थी. जब इन मामलों की जांच हुई और एफआईआर दर्ज की गई, तो कांग्रेस कहने लगी कि यह पोलिटिकल वेंडेटा (Political vendetta) है. अब धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं, तो कांग्रेस के बोलने का अंदाज भी बदल गया है. यह सरेआम करप्शन है और इसमें कोई भी बात छिपी हुई नहीं है.
क्या है पूरा मामला
हरियाणा के गुरुग्राम के खेड़कीदौला में जमीन खरीद मामले में रॉबर्ट वाड्रा व भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ एक और FIR दर्ज की गई है. एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने अपने राजनीतिक रसूख और भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलीभगत करके धोखाधड़ी को अंजाम दिया.
इसके अलावा वाड्रा की कंपनी डीएलएफ और ओमकारेश्वर प्रॉपर्टीज के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. ये एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा- 420, 120B, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज की गई. इसके अलावा प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 की धारा 13 के तहत भी कार्रवाई की गई है.
एफआईआर के मुताबिक मामले में 350 एकड़ जमीन 58 करोड़ रुपये में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी डीएलएफ और स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को आवंटित की गई थी. इस जमीन का आवंटन भूपेंद्र सिंह हु़ड्डा के जरिए किया गया था, जो उस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री थे.
एफआईआर के मुताबिक इस जमीन से वाड्रा की दोनों कंपनियों को करीब पांच हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया. इसके अलावा ओमकारेश्वर प्रॉपर्टीज पर भी मामले में शामिल होने के आरोप हैं. इसके अतिरिक्त इन कंपनियों के जो लाइसेंस दिखाए गए, उनमें भी अनियमितता पाई गई है.