केंद्र सरकार ने बुधवार को एच1एन1 वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण पर गाइडलाइन्स जारी की हैं. केंद्र सरकार के अनुसार स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए यह टीकाकरण सिर्फ स्वास्थ्यकर्मियों के लिए है ना कि आम जनता के लिए. सरकार ने यह फैसला उस समय लिया है जब इस प्राणघाती वायरस के कारण 663 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों अन्य लोग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं.
आम लोगों को हिदायत दी गई है कि वे सावधानी बरतें और अगर कोई व्यक्ति अस्पताल में भर्ती हो जाता है तो उन्हें थ्री लेयर मास्क पहनने की भी हिदायतें दी गई हैं, ताकि वायरस दूसरों में ना फैले. गौरतलब है कि देशभर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 10 हजार के पार पहुंच गई है.
एन1एन1 इनफ्लूएंजा पर एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव बीपी शर्मा ने कहा कि दवा और मेडिकल इक्विपमेंट की कोई कमी नहीं है. उन्होंने स्वाइन फ्लू से बुरी तरह प्रभावित राज्यों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भी बात की. अस्पतालों के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट्स ने कहा कि उनके पास हालात से निपटने के लिए पर्याप्त दवाएं व संसाधन हैं.
दिल्ली के डॉ. राम मनोहन लोहिया अस्पताल में एक नया एच1एन1 ओपीडी वार्ड बनाया गया है. इसके अलावा एम्स में भी एक नहीं टेस्ट सुविधा शुरू की गई है. नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल में एक 24X7 मॉनिटरिंग सेल भी बनाया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक्सपर्ट्स ने तकनीकी सपोर्ट देने के लिए तेलंगाना, गुजरात और राजस्थान का दौरा किया. इसके अलावा ऐसी ही दो टीमें मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र भी भेजी गई हैं.