जमात-उद-दावा के चेयरमैन हाफिज सईद ने रविवार को पाकिस्तानी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है और पाकिस्तान को इसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए.
इस इंटरव्यू में हाफिज मोहम्मद सईद के ज्यादातर बयान भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले ही थे. पाकिस्तान में बाढ़ के लिए एक बार फिर इस खूंखार आतंकी ने भारत को जिम्मेदार ठहराया, न्यूक्लीयर के लिए सईद ने पाकिस्तान की पीठ थपथपाई, लेकिन उसकी सभी बातों का केंद्र कश्मीर ही रहा. सईद ने पाकिस्तान के कश्मीर पर दावे और भारत में कथित रूप से कश्मीर की 'आजादी' के लिए चल रहे संघर्ष को जायज ठहराया.
मुंबई में हुए 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज ने अपने इंटरव्यू के बाद ट्वीट किया, 'कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. ये विवादित राज्य क्षेत्र है. जहां करोड़ों लोग आजादी के लिए शहीद हो गए.'
आतंकी सईद का कश्मीर राग
हाफिज सईद ने 25 अगस्त 2013 को ट्वीट किया- 'कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. यह एक विवादित इलाका है, जहां आजादी के लिए लाखों लोग मर गए हैं. पाकिस्तान को इसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए.'
भारतीय मीडिया पर हमला
सईद ने भारतीय मीडिया पर भी हमला बोला और उसका मानसिक स्वास्थ्य तक खराब बता डाला. सईद ने एक अन्य ट्वीट में लिखा- 'या तो भारतीय मीडिया में कोई समझदारी या तर्कसंगतता नहीं है या वे साफ तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सरकार के षडयंत्र में शामिल हैं.'
भारत को भुगतना पड़ेगा
एक और ट्वीट करते हुए आतंकी हाफिज सईद ने जहर उगला. सईद ने कहा कि अफगानिस्तान में भारतीय निवेश अफगानियों की समृद्धि के लिए नहीं, बल्कि पाकिस्तान के विनाश के लिए था. पाकिस्तान में आतंक मचाने के लिए भारत को भुगतना पड़ेगा.
भारत को परमाणु हथियारों की धमकी
सईद ने एक और ट्वीट किया और कहा- मैं सपने में भी विश्वास नहीं कर सकता कि भारत पाकिस्तान पर हमला कर सकता है. आज का पाकिस्तान 1971 वाला पाकिस्तान नहीं है. और हमारे परमाणु हथियार म्यूजियम में सजाने के लिए नहीं हैं.
भारत को उसी की भाषा में जवाब दो
एक अन्य ट्वीट में इस आतंकी ने कहा कि पाकिस्तान के धैर्य, सुलह की कोशिश और संयम को समझा नहीं जा रहा है. भारत को उसी की भाषा में जवाब दिया जाना चाहिए.