विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने हज सब्सिडी वापस लेने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया और कहा कि इससे बचने वाले पैसे का इस्तेमाल गरीब हिंदू लड़कियों की शिक्षा पर किया जाना चाहिए.
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, ‘देर आये दुरूस्त आये.’ उन्होंने कहा कि हिंदुओं की सामूहिक मांग का परिणाम है कि सरकार ने हज सब्सिडी खत्म करने का फैसला किया है.
तोगड़िया ने एक बयान में कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि इस कदम के बाद राम मंदिर निर्माण और गोहत्या रोकने के लिए राष्ट्रीय कानून आएगा.’ उन्होंने कहा कि हज सब्सिडी वापस लेने से बचने वाले पैसे का इस्तेमाल गरीब हिंदू लड़कियों की शिक्षा पर होना चाहिए.
पहली बार हज सब्सिडी खत्म
मोदी सरकार ने मंगलवार को हज यात्रा पर जाने वाले मुसलमानों को करारा झटका देते हुए हज यात्रियों को मिलने वाली सब्सिडी खत्म कर दी. हर साल एक लाख 75 हजार हज यात्रियों को सब्सिडी दी जाती थी. पिछले साल केंद्र सरकार ने हज यात्रा पर जाने वाले मुसलमानों पर 405 करोड़ रुपए खर्च किए थे. ये पैसा किराए में सब्सिडी के तौर पर दिया गया था.
केंद्र सरकार ने नई हज नीति के तहत यह फैसला लिया है. इससे पहले मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को बिना मेहरम के हज पर जाने की इजाजत दी थी. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार हज यात्रियों को सब्सिडी नहीं देगी. इस साल एक लाख 75 हजार मुसलमान हज यात्रा पर जाने वाले है, जबकि हज यात्रा के लिए चार लाख मुसलमानों ने आवेदन किया था.