पंचकूला पुलिस की एसआईटी टीम में बुधवार को मुक्तसर के ठंडेवाली गांव निवासी गुरमीत सिंह को गिरफ्तार किया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गुरमीत सिंह हनी प्रीत के साथ धरी गई सुखदीप कौर का रिश्तेदार है और उस पर हनीप्रीत को 38 दिनों की फरारी के दौरान 12 दिनों तक पनाह देने का आरोप है.
इससे पहले भटिंडा की एक महिला और एक पुरुष को भी हनीप्रीत को हफ्ता भर पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. यह दोनों भी सुखदीप कौर के रिश्तेदार हैं और डेरा के अनुयाई हैं.
पुलिस हनीप्रीत इंसां को पनाह देने वालों को तो गिरफ्तार कर रही है, लेकिन फिलहाल हनीप्रीत द्वारा बताए गए दो सबूत जिनमें उसका लैपटॉप और उसकी खास डायरी शामिल है पुलिस अभी तक बरामद नहीं कर पाई है.
विपासना इंसां द्वारा सौंपे गए हनीप्रीत इंसां के आईफोन से भी पुलिस वांछित डेटा रिकवर नहीं कर पाई है.
लैपटॉप में पंचकूला हिंसा से जुड़े गाइड मैप और डेरा के उन करीबियों के नाम की एक सूची मौजूद है जो हनीप्रीत और डॉक्टर आदित्य इंसां के कहने पर हिंसा फैलाने पर उतारू हो गए थे.
28 अगस्त को पंचकूला के सेक्टर 5 में दर्ज देशद्रोह मामले में वांछित डेरा के प्रवक्ता डॉक्टर आदित्य इंसां ,पवन इंसां और गोभी राम अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
उधर सरकारी सूत्रों की मानें तो हरियाणा के तीन दिवसीय विधानसभा सत्र के चलते पुलिस ने विपासना इंसां से कोई पूछताछ नहीं की. हरियाणा सरकार के करीबी सूत्रों के मुताबिक सरकार की तरफ से मौखिक हिदायत थी कि सत्र के दौरान डेरा से संबंधित कोई छानबीन न हो. यही कारण है कि बुधवार को तीन दिवसीय सत्र समाप्त होते ही पुलिस ने हनीप्रीत इंसां के मददगार को गिरफ्तार कर लिया.