हक्कानी नेटवर्क को आईएसआई के सहयोग से जुड़े अमेरिकी आरोपों पर एक बार फिर पलटवार करते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि यह आतंकवादी संगठन कई वषरें तक अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) का ‘चहेता’ रहा था.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं हिना ने अमेरिका के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि आईएसआई और हक्कानी नेटवर्क में साठगांठ है.
उन्होंने कहा कि आईएसआई का हक्कानी नेटवर्क से कोई वास्ता नहीं है. पिछले दिनों काबुल में अमेरिकी दूतावास पर हमले के लिए हक्कानी नेटवर्क को ही जिम्मेदार माना जा रहा है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने टेलीविजन चैनल अल-जजीरा को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘अगर हम साठगांठ की बात करते हैं तो मुझे पूरा यकीन है कि सीआईए के भी दुनिया भर में कई आतंकवादी संगठनों से रिश्ते रहे हैं. हमारा मतलब खुफिया संबंधी रिश्ते से है.’
उन्होंने कहा, ‘जिस एक खास नेटवर्क (हक्कानी) की बात लगातार की जा रही है, वह वर्षों तक सीआईएस का चहेता रह चुका है.’ आईएसआई और हक्कानी नेटवर्क के बीच साठगांठ का आरोप अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ के प्रमुख एडमिरल माइक मुलेन ने लगाया था.
मुलेन के आरोप पर हिना रब्बानी ने कहा, ‘यह ऐसा कुछ है, जो हमारे लिए सचाई से बहुत दूर है. यह बेबुनियाद है. इस बारे में हमें कोई सबूत मुहैया नहीं कराया गया है.’ उन्होंने कहा कि सहयोगी देश अथवा साझेदार सार्वजनिक बयान देकर एक दूसरे से बातें नहीं करते हैं.