मध्य प्रदेश के हरदा जिले में हुए रेल हादसे की वजह मौसम विभाग द्वारा जारी की गई भारी बारिश की चेतावनी को नजरअंदाज किया जाना बताया जा रहा है. वहीं भोपाल रेल मंडल के DRM आलोक कुमार ने ऐसी किसी सूचना होने की बात नकार दी.
इस हादसे की वजह अलग-अलग बताई जा रही है. मौसम विभाग के भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक अनुपम कश्यपी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए यह कहकर सनसनी मचा दी कि उनकी ओर से हरदा क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी को नजरअंदाज किया गया. वे कहते हैं कि अगर उनकी चेतावनी को रेलवे गंभीरता से लेता, तो इस हादसे को रोका जा सकता था.
वहीं रेलवे के DRM आलोक कुमार ने स्पष्ट किया कि उनके विभाग को भारी बारिश की कोई चेतावनी नहीं थी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस हादसे को रोक पाना संभव नहीं था, प्राकृतिक आपदा पर किसी का वश नहीं है.
पुल पार करते वक्त हादसा
पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल-खंडवा रेलखंड के हरदा जिले के खिरकिया-हरदा रेलवे स्टेशन के बीच पड़ने वाली काली माचक नदी के पुल पर मंगलवार की रात को हादसा हुआ था. नदी के पुल पर से गुजरते समय मुंबई से वाराणसी की ओर जा रही गाड़ी संख्या 11071 कामायनी एक्सप्रेस अनियंत्रित हो गई और उसकी सात बोगियां पटरी से उतरकर नदी में जा समाई.
इस हादसे के बाद दूसरी ओर से राजेंद्रनगर (पटना) से मुंबई जा रही गाड़ी संख्या 13201 जनता एक्सप्रेस का इंजन और चार बोगियां पटरी से उतरकर नदी के पानी में डूब गई. इस हादसे में कुल 28 लोग मारे गए हैं.
इनपुट: IANS