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हार्दिक-जिग्नेश का हल्ला बोल- हिंदुत्व नहीं, हिम्मत है तो नोटबंदी-GST पर चुनाव लड़ें मोदी

फोन टेप होने और राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा देने के सवाल पर दलित नेता जिग्नेश ने कहा कि हां, मेरा फोन टैप हो रहा है. हमें रैली और बैठक की इजाजत नहीं है. हमारी लड़ाई जनता के अधिकारों की लड़ाई है.

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पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी

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गुजरात की लड़ाई में दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी अब एक ताकतवर पक्ष हैं. दोनों युवा नेता बीजेपी के खिलाफ खुलकर खड़े हैं. माना जा रहा है कि दोनों नेता कांग्रेस का समर्थन कर सकते हैं. ऐसे में इनकी पूरी लड़ाई अब बीजेपी और मोदी को सत्ता से हटाने की नजर आ रही है.

हल्ला बोल में आजतक के साथ बातचीत करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि गुजरात की जनता में आक्रोश है. हम आने वाले पीढ़ियों के भविष्य की लड़ाई लड़ रहे हैं. हमारी लड़ाई अधिकारों की लड़ाई है.

फोन टेप होने और राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा देने के सवाल पर दलित नेता जिग्नेश ने कहा कि हां, मेरा फोन टैप हो रहा है. हमें रैली और बैठक की इजाजत नहीं है. हमारी लड़ाई जनता के अधिकारों की लड़ाई है.

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राम बनाम हज का सवाल

राम बनाम हज के सवाल पर हार्दिक ने कहा कि बीजेपी अपनी औकात पर आ गई है. वहीं हज और राम. अगर आपने विकास किया है, तो विकास के नाम पर वोट मांगिए. पटेल नेता ने कहा कि बीजेपी ने राम को कभी शबरी के बेर खाते हुए नहीं दिखाया, हमेशा राम को धनुष उठाए रावण पर निशाना साधते हुए दिखाया है. अगर आपने विकास किया है, तो विकास के नाम पर चुनाव लड़िए.

क्या आपकी राजनीति जातिवाद है? के सवाल पर हार्दिक ने कहा कि आरक्षण गलत है क्या? आरक्षण संवैधानिक है. क्या किसी समुदाय के विकास के लिए आरक्षण मांगना गलत है. सभी समुदाय को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. युवाओं को सही प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए.

सही मायने में रावण है बीजेपी

उन्होंने कहा कि जब हम रोजगार की बात करते हैं, तो सिर्फ पटेलों की बात नहीं करते. हम सभी किसानों की बात करते हैं. मैं जिस समुदाय में पैदा हुआ हूं उसकी बात करता हूं. हमारी लड़ाई अहंकारी, दमनकारी और हिटलरशाही से है और सच कहा जाए तो ये सही मायने में रावण हैं.

कौन है रावण के सवाल पर हार्दिक ने कहा कि बीजेपी है रावण, लोगों को दबा रहे हैं. कहीं जाए तो रोक लेते हैं. लोगों को सिर उठाने नहीं देते हैं.

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गुजरात चुनाव में बीजेपी के जीतने के सवाल पर जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि कोई भी जीतकर आए. हमारी लड़ाई जारी रहेगी. जब तक जाति रहेगी, हमारी लड़ाई जारी रहेगी.

'नोटबंदी और जीएसटी पर लड़ लो चुनाव'

जिग्नेश ने कहा कि मैं बीजेपी से कहता हूं कि हिंदुत्व की लड़ाई मत लड़ो. विकास के मुद्दे पर डिबेट करो. मैं चैंलेज करता हूं कि मोदी, रूपाणी और अमित शाह को कि विकास के नाम पर डिबेट कर लो. ऊना के पीड़ितों को न्याय मिला? हिम्मत है तो नोटबंदी और जीएसटी पर वोट मांग लो. डेढ़ सौ सीट ले लो, लेकिन हिंदुत्व पर राजनीति मत करो.

हार्दिक ने कहा कि अहमद शाह के कथित आतंकियों से कनेक्शन का मामला आया. कितने दिन चला? आपको विकास के नाम पर डिबेट करना है, हम तैयार हैं? गुजरात की सड़कें खराब हैं, गुजरात में दलितों के साथ छुआछूत हो रहा है. सामाजिक न्याय कहां है?  

आरक्षण समाधान है? के सवाल पर उन्होंने कहा ये सोचने कि बात है कि पटेल और मराठा आरक्षण क्यों मांग रहे हैं? ये सरकारों को सोचने की जरूरत है. हार्दिक के साथ एक करोड़ लोग आरक्षण मांग रहे हैं.

विकास हुआ है, तो बेरोजगारी क्यों है गुजरात में?

जिग्नेश ने कहा कि जाट, मराठा और पटेल को आरक्षण क्यों चाहिए. किसानों को उचित दाम क्यों नहीं मिल रहा है. बेरोजगारी क्यों है गुजरात में. बेरोजगारी क्या सिर्फ पटेल युवाओं की समस्या है? इस पर हार्दिक ने कहा कि सिर्फ पटेलों को रोजगार दो. ये हमने कभी नहीं कहा, मैं जिस समुदाय से आता हूं हम सबको साथ लाने और सबके विकास बात करते हैं. किसी को नुकसान पहुंचाने वाली बात है.

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गुजरात में अगली सरकार के सवाल पर हार्दिक और जिग्नेश ने कहा कि हम गुजरात की 6 करोड़ की जनता को जिताने के लिए काम कर रहे हैं. दलित, पाटीदार, आदिवासी, किसान और मजदूर की लड़ाई गुजरात में लड़ी जा रही है. गुजरात की 6 करोड़ की जनता को जिताना है.

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