भारत सरकार ने आज संसद में आधिकारिक तौर पर ये माना कि इराक के मोसुल में लापता सभी 39 भारतीय मारे गए हैं. इसके साथ ही इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. लोकसभा में इस मामले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को बयान नहीं देने दिया गया.
अकाली दल सांसद और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने इस मसले पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. हरसिमरत कौर ने कहा कि सुषमा स्वराज और सरकार ने इस जांच को जारी रखा और जब सरकार आज सदन में इस बारे में बताना चाहती थी तो कांग्रेस इतनी असंवेदनशील थी कि वो हंगामा करते रहे. अपने नागरिकों के बारे में तो छोड़िए कांग्रेस के पंजाब के सांसद भी हंगामा करते रहे. अमृतसर के सांसदों को तो बाकी सांसदों को भी चुप कराना चाहिए था.
कुछ सांसद कह रहे हैं कि सरकार ने इस मामले में गुमराह किया गया. गुमराह करके सरकार को आखिर क्या मिलता? जांच को बंद करना सबसे आसान रास्ता था लेकिन सरकार ने मुश्किल रास्ता अपनाया. कांग्रेस के पंजाब के सांसदों को इसके बारे में सुनना चाहिए था, कांग्रेस के साथी किस मुंह से कुछ कह रहे हैं.
मैं देखना चाहूंगी कि कांग्रेस के पंजाब के सांसद उन परिवारों को क्या जवाब देते हैं. जब लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बता रहीं थीं तब हमने उनसे सवाल नहीं किए और इधर आकर हम आपके कान भर रहे हैं? यह हकीकत पंजाब के लोग खुद देखेंगे. अपने ही लोगों के साथ कोई ऐसी राजनीति करें, देखकर बहुत दुख हुआ.
इस मामले में हम सब चाहते थे और पूजा भी करते थे कि सभी 39 लोग सही सलामत वापस आ जाएं. मैं तो सुषमा जी का शुक्रिया अदा करती हूं जब सब कह रहे थे कि इसको छोड़ दीजिए लेकिन उन्होंने कहा जब तक एक भी मां की उम्मीद रहेगी वह जांच जारी रखेंगी.