आंध्र प्रदेश में कथित घृणा भाषण के लिए कई मामलों का सामना कर रहे मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलिमीन के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को गिरफ्तार कर लिया गया है. ओवैसी को एक सरकारी अस्पताल में जांच के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है.
चिकित्सा जांच के लिए हैदराबाद के गांधी अस्पताल ले जाए गए ओवैसी को कड़ी सुरक्षा के बीच कारों के काफिले में यहां से 200 किलोमीटर से अधिक दूर आदिलाबाद जिले के निर्मल नगर ले जाया गया.
राज्य के तेलंगाना क्षेत्र स्थित निर्मल नगर जाने वाले मार्ग पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे.
आंध्र प्रदेश विधानसभा में अपनी पार्टी के नेता सदन 42 वर्षीय ओवैसी को निर्मल नगर की एक अदालत के समक्ष पेश किए जाने की उम्मीद है, जहां उन पर चारमीनार क्षेत्र में भाग्यलक्ष्मी मंदिर के संबंध में कथित भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज है.
इसी तरह के भाषणों के लिए उनके खिलाफ हैदराबाद और राज्य के अन्य हिस्सों के कई अन्य थानों में भी मामले दर्ज हैं.
सोमवार को लंदन से लौटे ओवैसी ने पुलिस के सामने पेश होने के लिए चिकित्सा आधार पर चार दिन की मोहलत मांगी थी.
कथित घृणा भाषणों के लिए निजामाबाद और उस्मानिया यूनिवर्सिटी पुलिस ने भी उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सोमवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर निर्मल पुलिस के समक्ष पेश न होने पर निर्मल (ग्रामीण) के जांच अधिकारी ए. रघु सोमवार शाम को बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास पर गए और पाया कि पूछताछ के लिए वह ठीक दिखाई दे रहे हैं. हालांकि, ओवैसी ने अंदरूनी दर्द की शिकायत की और इसलिए आज गांधी अस्पताल में सरकारी चिकित्सकों से उनकी जांच कराई गई.
सूत्रों ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने का फैसला किया. उनकी गिरफ्तारी की खबर फैलते ही एमआईएम के सैकड़ों कार्यकर्ता और उनके समर्थक गांधी अस्पताल के बाहर एकत्र हो गए.
पुलिस को प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने और अस्पताल में घुसने से रोकने के लिए कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा. इन लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
इससे पहले मंगलवार को पुलिस टीम बंजारा हिल्स स्थित ओवैसी के घर पहुंची और उन्हें यहां के गांधी अस्पताल ले गई. निर्मल ग्रामीण पुलिस ने उन्हें चिकित्सा जांच के लिए खुद पेश होने का नोटिस जारी किया था.
अकबरुद्दीन को उनके खिलाफ दर्ज मामलों की आगे की जांच के लिए पहले ही निजामाबाद और उस्मानिया यूनिवर्सिटी पुलिस के समक्ष पेश होने के नोटिस जारी किए जा चुके हैं.
उन्हें निजामाबाद पुलिस के समक्ष मंगलवार को पेश होने को कहा गया था, जबकि उस्मानिया यूनिवर्सिटी पुलिस ने उनसे 10 जनवरी को पेश होने को कहा था.
ओवैसी ने राज्य के विभिन्न थानों में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को रद्द कराने के लिए आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय से आग्रह किया है. इन अटकलों के बाद ओल्ड सिटी में ऐहतियात के तौर पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए थे कि चिकित्सा जांच के बाद ओवैसी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
गांधी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस महबूब ने कहा कि पांच डॉक्टरों की टीम ने ओवैसी की चिकित्सा जांच की.
चिकित्सा अधीक्षक ने कहा, ‘ओवैसी की पीठ के निचले हिस्से में एक गोली है.’ अप्रैल 2011 में यहां के बरकास क्षेत्र में एक प्रतिद्वंद्वी समूह ने भूमि विवाद को लेकर ओवैसी पर हमला किया था.
इस बीच, ओवैसी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर यहां के इंदिरा पार्क और अलवल क्षेत्रों तथा आदिलाबाद और निजामाबाद जिलों में भाजपा तथा विश्व हिन्दू परिषद कार्यकर्ताओं के धरना प्रदर्शन जारी रहे.