नीतीश सरकार से एक और दलित मंत्री नाराज हो गए हैं. जीतन राम मांझी के बाद इस लिस्ट में रमई राम का नाम भी शामिल हो गया है. रमई की मांग है कि उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया जाए और इसी मांग को लेकर वो शपथ ग्रहण के बाद से दफ्तर ही नहीं जा रहे हैं.
आज तक के संवाददाता सुजीत कुमार झा ने जब रमई राम से बात की तो उन्होंने कहा, 'घर से ही काम कर रहे हैं. ऑफिस जाने की क्या जरूरत है? परिवहन विभाग संतुष्ट से हम संतुष्ट नहीं हैं. कहते हैं इस विभाग के कानून भारत सरकार बनाती है. उपमुख्यमंत्री बनना चाहते हैं.'
उन्होंने कहा, 'हमें आश्वासन मिला है कि विश्वास मत के बाद कुछ किया जाएगा.'