भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़े सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केन्द्र की किसान ऋण माफी योजना में कथित अनियमितताओं के पर्याप्त सबूत होने का दावा किया. कैग ने हाल में इस योजना के संबंध में अपनी रिपोर्ट पेश की थी.
हजारे ने कहा, ‘अगर राज्य सरकार की सबूत जुटाने में रुचि है, मैं उन्हें सबूत सौंपने का इच्छुक हूं.’ इस महीने की शुरुआत में सरकारी ऑडिटर कैग ने 52 हजार करोड़ रुपये की किसान ऋण माफी योजना के क्रियान्वयन पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि कई मामलों में अयोग्य किसानों को लाभ दे दिया गया जबकि योग्य किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिला.
हजारे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति प्राकृतिक आपदा के कारण नहीं बल्कि लोगों द्वारा बनाई हुई है. एक सवाल के जवाब में हजारे कहा कि राहुल गांधी हों या नरेंद्र मोदी, दोनों ही देश के राष्ट्रीय मुद्दों को सुलझा नहीं सकते.
उन्होंने गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति का मोदी द्वारा विरोध किये जाने पर भी सवाल उठाए.
गुजरात सरकार ने लोकायुक्त की नियुक्ति का विरोध करते हुए उच्चतम न्यायालय में इसे चुनौती दी थी. हालांकि शीर्ष अदालत ने हाल में मोदी सरकार के मामले को खारिज किया.