ब्रिटेन के मशहूर भौतिकीविद प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग का 76 साल की उम्र में बुधवार को निधन हो गया. साल 2001 की जनवरी में स्टीफन हॉकिंग भारत आए थे और यहां का उन्होंने 16 दिन का दौरा किया था. इस दौरे से लौटने के बाद उन्होंने अपनी भारत यात्रा को शानदार बताया था. उन्होंने भारतीयों के गणित और भौतिकी ज्ञान की भी तारीफ की थी. आइए जानते हैं कि अपनी भारत यात्रा के दौरान वे कहां गए थे और क्या किया था...
यात्रा के पहले चरण में हॉकिंग ने मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) में इंटरनेशनल फिजिक्स सेमिनार को संबोधित किया था. पांच दिन के इस सेमिनार में हॉकिंग ने कई व्याख्यान दिए थे. उन्हें 'स्ट्रिंग्स 2001' सम्मेलन में 'सरोजनी दामोदरन फेलोशिप' से सम्मानित किया गया था.
इसके बाद एक खास डिजाइन वाली महिंद्रा की गाड़ी में, जिसमें व्हीलचेयर सेट हो जाता था, हॉकिंग को शहर का टूर कराया गया था. इसी दौरान मुंबई के ओबेरॉय टॉवर्स होटल में उनका 59वां जन्मदिन भी मनाया गया था.
इसके बाद दिल्ली पहुंचे हॉकिंग ने राष्ट्रपति भवन में तत्कालीन राष्ट्रपति के.आर. नारायणन से मुलाकात की थी. पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन ने हॉकिंग से अपनी मुलाकात पर कहा था, 'उनसे मिलना एक कभी न भुलाया जाने वाला अनुभव है.'
भारतीयों की तारीफ
राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान हॉकिंग ने कहा था, 'भारतीय मैथ और फिजिक्स में बहुत अच्छे होते हैं.' तब नारायणन के कहा था, 'हॉकिंग उन सभी मनुष्यों के लिए उम्मीद और प्रेरणा के प्रतीक हैं जो किसी न किसी तरह की विकलांगता के शिकार हैं.' दिल्ली में हॉकिंग ने जंतर-मंतर और कुतुब मीनार भी देखा था. उन्होंने 15 जनवरी, 2001 को दिल्ली में 'अल्बर्ट आइंस्टीन मेमोरियल लेक्चर' दिया था.