मुंबई हमलों के मामले के मुख्य आरोपी लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी डेविड हेडली से भारतीय जांचकर्ताओं के चार सदस्यीय दल की पूछताछ जारी है. यह दल पूछताछ के विवरण के साथ अगले सप्ताह भारत लौटेगा.
सूत्रों ने कहा कि लोकनाथ बेहेरा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का दल पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक हेडली से आमने-सामने पूछताछ कर मुंबई हमलों में आतंकवादी की भूमिका, उसमें शामिल बड़ी साजिश तथा हमले में संलिप्त सभी लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहा है.
मुंबई हमलों को अंजाम देने से पहले निशाना बनाये जाने वाले स्थलों की टोह लेने के आरोपी हेडली से भारत में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की लश्कर ए तैयबा की अन्य साजिशों के बारे में भी जानकारी मिलने की संभावना है.
49 वर्षीय हेडली को वर्तमान में यहां स्थित महानगर सुधार गृह में हिरासत में रखा गया है. उससे पूछताछ इस बारे में केंद्रित रहेगी कि उसने नवंबर 2008 में मुंबई हमलों से पहले किन स्थानों का दौरा किया और वह किन लोगों से संपर्क में था. घटनाक्रमों की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, ‘पूछताछ जारी है. इसके विवरणों का खुलासा नहीं किया जा सकता क्योंकि यह कोई क्रिकेट मैच नहीं है जिसका गेंद दर गेंद विवरण मुहैया कराया जाये.’
यह दल अपने अमेरिकी समकक्षों के समन्वय के साथ काम कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, यह दल अगले सप्ताह भारत लौटेगा और रिपोर्ट तैयार करेगा. इसी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. एनआईए के दल में विशेष लोक अभियोजक दया कृष्णन और दो अधीक्षक हैं. यह दल गत एक जून से यहां है. हेडली से भारतीय पुलिसकर्मियों की पूछताछ अमेरिका सरकार के साथ लश्कर के आतंकवादी की हुई ‘प्ली बारगेन’ के कारण संभव हो सकी है.
इसके तहत हेडली विदेशी जांचकर्ताओं से पूछताछ में सहयोग करने को राजी हुआ था. एनआईए के दल के शिकागो जाने से पहले भारत के सॉलिसीटर जनरल गोपाल सुब्रमण्यम ने गत अप्रैल अमेरिका दौरा कर हेडली से पूछताछ के लिये जरूरी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया था. दक्षिण एशिया के लिये अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री रॉबर्ट ब्लैक ने कहा है कि इस मामले में दिये गये सहयोग से भारत सरकार ‘संतुष्ट’ है लेकिन देश का मीडिया प्रक्रिया में हो रहे ‘विलंब’ के कारण जाहिरा तौर पर हताश है.