सर्दियों में बारिश! सोचकर ही कंपकंपी छूटने लगती है, ऐसा ही नजारा आपको जल्द ही देखने को मिलेगा. मौसम विभाग के मुताबिक 13 फरवरी से देशभर में मौसम का मिजाज कुछ ऐसी करवट लेगा कि आपको छाता निकालने पर मजबूर होना पड़ जाएगा.
उत्तर भारत में 13 फरवरी को एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी डब्ल्यूडी दाखिल होने जा रहा है. लेकिन बात सिर्फ इतनी होती तो गनीमत रहती. जहां एक तरफ डब्ल्यूडी दाखिल हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अरब सागर से आ रही नम हवाएं राजस्थान के ऊपर बादल बना रही हैं. इसी के साथ बंगाल की खाड़ी में मौजूदा उच्च दाब का एंटी साइक्लोनिक सिस्टम वहां से नमी वाली हवाएं मध्य भारत की तरफ फेंक रहा है. ऐसे में इन तीनों का मेल-मिलाप मध्य भारत और उत्तर भारत में दूर-दूर तक बारिश की संभावना पैदा कर रहा है.
मौसम विभाग के मुताबिक 13 फरवरी से पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में बादलों की चहलकदमी शुरू हो जाएगी. 14 फरवरी से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड के तमाम इलाकों में बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा. दिल्ली-एनसीआर भी इस बारिश से भीगेगा.
पहाड़ी इलाकों की बात करें तो हिमालय के तमाम इलाकों में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला बना रहेगा. ये स्थिति 16 फरवरी तक बनी रहेगी. इस वजह से देश के तमाम इलाकों में दिन का तापमान गिर जाएगा, हालांकि बादलों की वजह से रात के तापमान में कोई खास गिरावट नहीं देखी जाएगी.
मौसम विभाग के मुताबिक बारिश का सिलसिला गरम और ठंडी हवाओं के टकराव के चलते शुरू होगा. लिहाजा देश के कई इलाकों में जोरदार ओलावृष्टि भी हो सकती है. लेकिन जानकारों का कहना है अगर ऐसा होता है तो भी ओलावृष्टि के इलाकों को छोड़कर अन्य इलाकों के लिए ये बारिश रबी सीजन की फसल के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी.