उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की संभावना बरकरार है. मौसम विभाग ने अगले 36 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है. गुजरात, उत्तराखंड और बंगाल में लगातार बारिश से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
उत्तराखंड में बाढ़ जैसे हालात
उत्तराखंड में बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. सरकार ने मौसम विभाग के अनुमान के आधार पर एडवाइजरी जारी कर दिया है. केंद्र ने हर तरह की मदद का भरोसा दिया है. चारधाम की यात्रा पर गए करीब 14 हजार यात्री फंस गए हैं. वहीं पिथौरागढ़ में लैंडस्लाइड की वजह से कैलाश मानसरोवर की यात्रा भी रुक गई है. गौरीकुंड में फंसे कई श्रद्धालुओं को रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए बाहर निकाला गया है. ये सभी भारी बारिश की वजह से गौरीकुंड में फंस गए थे.
गुजरात भी बेहाल
भारी बारिश से गुजरात में हाल बेहाल है. यहां 70 लोगों की मौत हो चुकी है. गुजरात में सबसे ज्यादा प्रभावित अमरेली जिला हुआ है. हालात को देखते हुए 200 मेडिकल टीम 22 अलग-अलग कैंपों में गांव वालों का इलाज कर रही है. सीएम आनंदीबेन पटेल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया. राजकोट में भारी बारिश के बाद भादर नदी उफान पर है. वहीं बगसरा में एक ही दिन में करीब 27 इंच बारिश हुई, जिससे 50 से ज्यादा मकान ढह गए.
शेरों का रहना भी मुश्किल
गुजरात में बाढ़ जैसे हालात में गिर के जंगलों में शेरों का रहना भी मुश्किल हो गया है. बताया जा रहा है कि 50 शेर 25 गांवों के आसपास देखे गए हैं. पिछले कई दिनों की बारिश में चार बब्बर शेरों की मौत हो गई. वन विभाग के मुताबिक जंगल से होकर बहनेवाली नदियों के किनारे शेरों के शव मिले हैं. बाढ़ की वजह से 6 हजार मवेशियों की जान भी चली गयी है.
असम में सुधार के आसार
असम में हालात सुधरने के आसार नजर आ रहे हैं. लगातार बारिश पर ब्रेक लगने से लोगों को राहत मिल सकती है. पिछले कई दिनों की बारिश के बाद आई बाढ़ से, यहां के 5 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. असम में करीब 20 हजार लोग बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए हैं. जोरहाट में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
बंगाल में भी भारी बारिश
उत्तरी बंगाल में भी भारी बारिश से तीस्ता नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मौसम विभाग ने अगले 36 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है. बंगाल से सिक्किम को जोड़नेवाली नेशनल हाईवे 31(ए) पर भारी लैंडस्लाइड हुआ है, जिससे आवाजाही पर असर पड़ा है.