केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मुसीबत में फंस गए हैं. हैरत की बात यह है कि गडकरी किसी और नहीं, बीजेपी के शासन वाले छत्तीसगढ़ में जारी किए गए एक विज्ञापन की वजह से संकट में हैं. यह विज्ञापन रायगढ़ ट्रैफिक पुलिस की ओर से जारी किया गया, जिसमें गडकरी के कार्टून का इस्तेमाल किया गया है.
हेलमेट विज्ञापन जागरूकता का है और उसमें देश के परिवहन मंत्री बिना हेलमेट के स्कूटर चलाते नजर आ रहे हैं. याद रहे कि पिछले साल अक्टूबर में नितिन गडकरी बिना हेलमेट पहने स्कूटर चलाकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के हेडक्वार्टर पहुंचे थे. रायगढ़ पुलिस के पोस्टर पर गडकरी का ऐसा ही कार्टून लगा हुआ है. इस पोस्टर विवाद के बाद बीजेपी में विरोध के स्वर उठ रहे हैं. वहीं, पुलिस विभाग भी सकते में है. वैसे अभी यह पता नहीं चला है कि पोस्टर किसने लगाया है?
रायगढ़ पुलिस 11 से 17 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन कर रही है. इस दौरान लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है. पोस्टर पर विवाद को गहराता देख पुलिस ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
विवाद गहराने के बाद एएसपी प्रफुल्ल सिंह ठाकुर ने बताया कि दो ऑटो रिक्शा पर ही ऐसे पोस्टर लगे थे. उनका दावा है कि कार्टून में दिख रहे व्यक्ति का चेहरा गडकरी से मिलता-जुलता है. हमने यह पोस्टर हटा लिए हैं और जांच के आदेश भी दे दिए हैं. इस मामले की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस की मंशा किसी का अपमान करने की नहीं है.