झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता हेमंत सोरेन ने विधायक के रूप में गुरुवार को अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री एवं पिता शिबू सोरेन को सौंपा और उन्हें दुमका सीट से विधानसभा की सदस्यता हासिल करने की पेशकश की.
हेमंत ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा राज्य में झामुमो की अगुवाई वाली सरकार को समर्थन देने के बारे में अंतिम फैसला लिये जाने की संभावना है. पार्टी ने 28 अप्रैल को सरकार से समर्थन वापसी की घोषणा की थी लेकिन हेमंत के अनुरोध के बाद इस फैसले पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी.
हेमंत के एक करीबी सहयोगी ने कहा, ‘हेमंत ने मुख्यमंत्री को अपना त्यागपत्र सौंपा है और उनसे दुमका से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है. अब मुख्यमंत्री पर निर्भर करता है कि वह इसे स्वीकार कर विधानसभा अध्यक्ष को भेजते हैं या ठुकरा देते हैं.’ हालांकि हेमंत ने विधानसभा अध्यक्ष सी पी सिंह से मिलने का समय नहीं मांगा है.
पिछले वर्ष 30 दिसंबर को मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने वाले सोरेन को संविधान के अनुसार 30 जून तक विधानसभा की सदस्यता हासिल करनी होगी. सोरेन अब भी लोकसभा सदस्य हैं. हालांकि संसद में कटौती प्रस्ताव पर सोरेन द्वारा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के पक्ष में मतदान करने पर भाजपा नाराज हो गयी थी और उसने झारखंड सरकार से समर्थन ले लिया था. करीब एक सप्ताह बाद हेमंत ने भाजपा नेतृत्व को चिट्ठी भेजकर झारखंड में सरकार का नेतृत्व संभालने का आग्रह किया था और कहा था कि सोरेन इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं.