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हेरात हमला: राजनयिकों को बंधक बना मोदी सरकार को संकट में डालना चाहते थे आतंकी

अफगानिस्‍तान के हेरात प्रांत में भारतीय दूतावास हमला मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. इस हमले का मकसद कुछ और नहीं बल्कि भारत के नए नवेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में खलल डालने का था.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

अफगानिस्‍तान के हेरात प्रांत में भारतीय दूतावास हमला मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. इस हमले का मकसद कुछ और नहीं बल्कि भारत के नए नवेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में खलल डालने का था.

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इस आशय का खुलासा अफगानिस्‍तान के राजदूत शाइदा अब्‍दाली ने किया. अब्‍दाली ने बताया कि इस हमले को आतंकी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था. हमले का मकसद भारतीय वाणिज्‍य दूतावास में रह रहे भारतीय राजनयिकों को अगवा कर नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में बाधा पैदा करना था.

अभी तक अफगानिस्‍तान के हेरात प्रांत में हुए इस हमले की जिम्‍मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है. हालांकि अफगानिस्‍तान के राष्‍ट्रपति हामिद करजई कह चुके हैं कि इस हमले के पीछे कोई और नहीं बल्कि लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन ही है. गौरतलब है कि राष्‍ट्रपति ने कहा था कि हमें एक प्रमुख विदेशी खुफिया एजेंसी से इस बारे में जानकारी मिली है.

मालूम हो कि 23 मई को अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया गया था. इस हमले में चारों आतंकियों को मार गिराया गया था.

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