अंतरराष्ट्रीय हाकी महासंघ (एफआईएच) ने बुधवार को कहा कि भारत ने एफआईएच को राजस्व का बड़ा हिस्सा दिया है और यहां चल रहा मौजूदा विश्व कप व्यावसायिक तौर पर बेहद सफल रहा है.
यहां एफआईएच की मीडिया समिट में विश्व संस्था के मार्केटिंग मैनेजर स्टीवन मोरिस खुलासा किया कि भारत ने सबसे अधिक राजस्व का योगदान दिया जिसमें बड़ा हिस्सा टेलीविजन से आया जबकि जर्मनी, आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान जैसी हाकी के चोटी के देशों का प्रदर्शन इस मामले में काफी खराब रहा.
मोरिस ने कहा, ‘एफआईएच का अधिकांश राजस्व काफी कम देशों से आता है. राजस्व में भारत का योगदान दूसरे स्थान पर मौजूद हालैंड से 50 प्रतिशत से भी अधिक है. मलेशिया, अर्जेन्टीना और अमेरिका ने भी योगदान दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान, स्पेन, चीन, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर और मध्य पूर्व में टेलीविजन पर हाकी को बेचना काफी मुश्किल है.’
उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट की व्यावसायिक सफलता को देखते हुए भारत दुनिया भर में हाकी को बढ़ावा देने के एफआईएच के प्रयास का अभिन्न हिस्सा हो सकता है. एफआईएच के कम्यूनिकेशन अधिकारी आर्येन मायेर ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि एफआईएच के शीर्ष टूर्नामेंटों का आयोजन उन देशों में अधिक हो जहां खेल अधिक बिकता है. उन्होंने कहा, ‘यह स्वाभाविक है कि एफआईएच के टूर्नामेंट उन देशों में अधिक हों जहां खेल बिकता है.’