अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की बरसी को 'बलिदान दिवस' के रूप में मनाने के लिए गोडसे के नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की है. 15 नवंबर 1949 को गांधी की हत्या का दोषी पाए जाने पर गोडसे को फांसी दी गई थी.
www.nathuramgodse.in वेबसाइट के बारे में हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा कहते हैं, 'यह वेबसाइट भुला दिए गए असली हीरो को एक श्रद्धांजलि है. इसके जरिए लोगों को गोडसे के काम के बारे में जानकारी दी जाएगी.' इस वेबसाइट को रविवार को लाइव कर दिया गया है और छह लोगों की टीम इसका संचालन कर रही है. वेबसाइट के होमपेज पर गोडसे का एक बयान है, जिसमें वह बता रहे हैं कि उन्होंने गांधी की हत्या क्यों की थी.
'गोडसे को गौरवान्वित करना गलत'
हिंदूमहासभा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश कौशिक कहते हैं, 'हमने भारत में 100 जगहों पर गोडसे का शहादत दिवस मनाया है. हमारी मेरठ शाखा ने गोडसे के जीवन पर समर्पित एक वेबसाइट शुरू की है. साथ ही उनके आदर्शों पर दिल्ली में एक किताब भी जारी की गई है. हिंदू महासभा के शहादत दिवस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एमजी वैद्य ने कहा 'मुझे नहीं पता कि कौन सा संगठन गोडसे को गौरवान्वित कर रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि ऐसा करना गलत है.'
'गांधी की सभी नीतियों से सहमति नहीं'
आरएसएस विचारक ने आगे कहा कि गांधी और गोडसे की विचारधाराएं अलग हो सकती हैं, लेकिन वैचारिक मतभेद की लड़ाई को उसी माध्यम से ही लड़ा जाना चाहिए और इसके लिए रक्तपात की कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि गांधी ने अपने जीवनकाल में आजादी को लेकर जागरुकता फैलाई है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम उनकी सभी नीतियों से सहमत होंगे.
वैद्य ने साफ किया कि कुछ लोग कहते हैं कि गोडसे को महिमा मंडित करने से हिन्दुत्व का गौरव बढ़ेगा, बल्कि इससे धर्म का नाम खराब होगा. उन्होंने माना कि गांधी की हत्या से हिन्दुत्व पर उलटा असर पड़ा है, वहीं बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भी कहा कि उनकी पार्टी महात्मा गांधी के सिद्धांतों और दर्शन में विश्वास करती है और गोडसे को उनका हत्यारा मानती है.