भारत-पाकिस्तान LoC पर पांच भारतीय जवान जिस हमले में शहीद हुए उसकी जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ली है. हिजबुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन ने कहा अगर भारत इसके लिए पाकिस्तान की सेना को जिम्मेदार ठहरा रही है तो ऐसा नहीं हैं.
सलाहुद्दीन ने कहा, 'अगर भारत पाकिस्तानी सेना को उसके पांच जवानों को मारने के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है तो मैं बताना चाहता हूं कि ऐसा बिल्कुल नहीं है. हिजबुल मुजाहिद्दीन सरहदी के ग्रुप ने उन्हें योजना बनाकर मारा.' सलाहुद्दीन युनाइटेड जिहादी काउंसिल का भी मुखिया है.
सलाहुद्दीन ने दावा किया कि हिजबुल के लोग कश्मीर बॉर्डर भी सक्रिय हैं. सलाहुद्दीन ने कहा, '2008 में कश्मीरियों के शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट के बाद, मिलिटेंट्स ने अपने कार्यकर्ताओं को बॉर्डर एरिया में भेज दिया और LoC पर हमले करना शुरू कर दिया. न भारत और न ही पाकिस्तान LoC पर इन हमलों को रोक सकते हैं.'
सलाहुद्दीन ने धमकी दी कि जबतक कश्मीर मुद्दा सुलझेगा नहीं तब तक सीजफायर का उल्लंघन होता रहेगा. सलाहुद्दीन ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के उस बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के साथ जो सौतेला व्यवहार होता उसके लिए वो दिल्ली को जिम्मेदार मानते हैं.
सलाहुद्दीन ने कहा, 'अगर उनका जमीर अभी भी जिंदा है तो उन्हें सत्ता छोड़कर आजादी के लिए आंदोलन में शामिल हो जाना चाहिए और साबित करना चाहिए कि वो कश्मीरियों लिए ईमानदार हैं.'