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हॉकी सेक्‍स स्‍कैंडल: खेल मंत्रालय करेगा जांच

भारतीय हाकी को दहलाने वाले सेक्स स्कैंडल ने सोमवार को एक नया मोड़ ले लिया जब खेल मंत्रालय ने निलंबित कोच एमके कौशिक के खिलाफ खुद जांच शुरू करने का फैसला किया जबकि इस कोच ने उन्हें बदनाम करने के लिए हाकी संगठन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी.

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भारतीय हाकी को दहलाने वाले सेक्स स्कैंडल ने सोमवार को एक नया मोड़ ले लिया जब खेल मंत्रालय ने निलंबित कोच एमके कौशिक के खिलाफ खुद जांच शुरू करने का फैसला किया जबकि इस कोच ने उन्हें बदनाम करने के लिए हाकी संगठन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी.

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खेल मंत्रालय ने अपनी यौन उत्पीड़न समिति को इन आरोपों की जांच करने का आदेश दिया. लेकिन इन आरोपों के बाद पद से इस्तीफा देने वाले कौशिक ने हाकी इंडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि खेल संस्था उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं होने के बावजूद उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है.

हाकी खिलाड़ी रंजीता देवी के हाल में कनाडा और चीन दौरे के दौरान यौन उत्पीड़न की शिकायत हाकी इंडिया से करने के बाद कौशिक ने इस्तीफा दे दिया था. हाकी इंडिया पहले ही रंजीता की शिकायत के बाद इस मामले की जांच के लिए गठित पांच सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट पर विचार के बाद यह मामला दिल्ली पुलिस के पास भेज चुका है.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘मंत्रालय ने अपनी यौन उत्पीड़न समिति को आदेश देकर एमके कौशिक के खिलाफ हाल में लगे आरोपों की जांच करने को कहा है. समिति उस पूरी प्रक्रिया को अपनाएगी जो माननीय उच्चतम न्यायालय ने विशाखा मामले में निर्धारित की थी.’ {mospagebreak}

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मंत्रालय ने साथ ही कहा कि समिति हाकी इंडिया के उस पैनल की रिपोर्ट पर भी गौर करेगी जो संस्था ने कौशिक के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए गठित की थी. मंत्रालय को हालांकि अभी इसकी रिपोर्ट नहीं मिली है. बयान में कहा गया, ‘हाकी इंडिया की जांच समिति की रिपोर्ट अभी मंत्रालय को नहीं मिली है और समिति इस पर भी विचार करेगी.’

समिति में खेल मंत्रालय की पांच सीनियर महिला अधिकारी और एनजीओ की एक महिला सदस्य शामिल होगी. समिति एक सदस्य दिल्ली महिला आयोग से चुनेगी. इस बीच कौशिक ने अपने खिलाफ पुलिस और सरकारी कार्रवाई की सिफारिश करने के हाकी इंडिया के अधिकार पर सवाल उठाया. उन्होंने आपत्ति जताई कि हाकी इंडिया ने आरोपों का सत्यापन किये बिना ही मान लिया कि रंजीता देवी की उनके खिलाफ शिकायत ‘विश्वसनीय’ है.

उन्होंने कहा कि पांच सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट में केवल तथ्य थे और कोई सिफारिश नहीं की गई थी इसलिए हाकी इंडिया उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश नहीं कर सकता. कौशिक ने जल्दबाजी में बुलाये गये संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं हाकी इंडिया के मेरी सेवाओं का इस्तेमाल नहीं करने और दिल्ली पुलिस को मेरे खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश करने का फैसले पर आपत्ति जताता हूं. {mospagebreak}

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जांच समिति ने कोई सिफारिश नहीं की थी तो फिर हाकी इंडिया ऐसा कैसे कर सकता है.’ उन्होंने पूछा, ‘मैं हाकी इंडिया के महासचिव नरिंदर बत्रा के इस बयान पर आपत्ति जताता हूं कि रंजीता देवी का लिखित जवाब विश्वसनीय था और इसमें विशिष्ट आरोप लगाये गये थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपों को कोई सत्यापन नहीं किया गया. इसलिए यह विरोधाभासी है, एक तरफ तो आप कह रहे हैं कि उसका पक्ष विश्वसनीय है और साथ ही यह भी कि ये साबित नहीं हुआ. ऐसा कैसे संभव है.’

मीडिया के सामने अपने वकीलों मंदिरा मित्रा और प्रवीण अग्रवाल को पेश करते हुए कौशिक ने कहा, ‘मैं फिर कह रहा हूं कि मेरे खिलाफ लगाये ये सभी आरोप आधारहीन और मनगढ़ंत हैं. हाकी इंडिया ने मेरे खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश का जो पत्र खेल मंत्रालय को भेजा है मैंने उसका जवाब दिया है.’

मित्रा ने कहा कि उनका मुवक्किल कुछ समय स्थिति को देखेगा और उसके बाद जरूरत हुई तो अदालत जाएगा. उन्होंने कहा, ‘वह अदालत जाएंगे या नहीं यह कहना जल्दबाजी होगी. अगर जरूरत पड़ी तो हम अदालत जाएंगे लेकिन पहले हम हाकी इंडिया के सरकार को भेजे पत्र का जवाब दे रहे हैं. हमने यह जवाब हाकी इंडिया की अंतरिम अध्यक्ष विद्या स्टोक्स को दिये हैं.’

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