देश में निजी क्षेत्र के दो अग्रणी बैंकों आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक ने वाहन ऋण पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की. दोनों बैंकों ने स्पष्ट संकेत दिया कि दरें आने वाले दिनों में ब्याज दरें और चढ़ेंगी.
एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक ने भी विशेष आवास ऋण योजनाओं को खत्म कर दिया है. इसके तहत ग्राहकों को कुल ऋण अवधि के पहले दो साल के लिये कम ब्याज दर पर कर्ज की पेशकश की जाती थी. इस बारे में संपर्क किये जाने पर एचडीएफसी के प्रवक्ता ने कहा कि बैंक विशेष पेशकश को जारी नहीं रखेगा. यह लुभावनी पेशकश 27 फरवरी तक वैध थी.
आईसीआसीआई बैंक ने भी कहा है कि उसने वाहन रिण दर 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है. बैंक ने 8.25 फीसदी पर दिये जाने वाली विशेष ऋण योजना को वापस ले लिया है. उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने रिझाने वाली दरों को लेकर विरोध जताया था क्योंकि यह मौजूदा ऋण धारकों और नये उधार लेने वालों के बीच भेदभाव करता है. आईसीआईसीआई बैंक के प्रवक्ता ने कहा, ‘वाहन ऋण पर ब्याज दरों को 0.25 फीसदी से बढ़ाकर 0.50 फीसदी किया गया है. नई दरें पांच मार्च से प्रभावी होगी.’
इस बढ़ोतरी के साथ वाहन ऋण के लिये नई दरें 9.75 से 11 फीसदी के बीच होगी. एचडीएफसी बैंक ने वाहन ऋण पर ब्याज दर में 1.0 फीसदी की बढ़ोतरी की है. उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि रिजर्व बैंक ने 29 जनवरी को पेश मौद्रिक नीति समीक्षा में जो संकेत दिया था, यह उसकी का नतीजा है. कोटक महिंद्रा बैंक और समूह के कारण रिण फिनासिंग इकाई ने भी आवास और कार रिण दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की.