दरअसल, ये बैठक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से आयोजित की जा रही है, जिसका मकसद आतंक विरोधी अभियान की समीक्षा करना है. इस दौरान सभी राज्यों के एटीएस चीफ अपना प्रेजेंटेशन भी देंगे. एनआईए देश के सभी राज्यों की एटीएस प्रमुखों के साथ बैठक करवा रहा है जो अगले हफ्ते (14-15 अक्टूबर) को होगा.
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने और विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के अलावा दो हिस्से में विभाजित किए जाने के बाद देशभर के कई संस्थान और शहर आतंकियों के निशाने पर हैं. पिछले महीने पंजाब में हुए तरन तारन में ब्लास्ट केस में पकड़े गए लोगों से एनआईए से पूछताछ के बाद कई बड़े खुलासे हो रहे हैं.
आतंक के साये में 30 शहर
पिछले महीने खुफिया सूत्रों ने अलर्ट किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजिल डोभाल आतंकियों के निशाने पर हैं. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के खिलाफ आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बदला लेने की धमकी दी है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक जैश ने देश के 30 बड़े शहरों पर भी हमले की धमकी दी है.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद- 370 खत्म करने के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन बौखलाए हुए है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में हमले के लिए सीमा पार से आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की लगातार कोशिश कर रही है.